उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए अब स्कूलों के प्रबंधक आगे आए हैं। एडेड विद्यालय प्रबंधक सभा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर स्कूल की समय अवधि को साढ़े छह घंटे से बढ़ाकर साढ़े सात घंटे करने की मांग की है।
कमजोर छात्रों के लिए अलग से हो क्लास
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रबंधक सभा के अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेई ने मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि पढ़ाई के घंटे बढ़ने से कमजोर छात्रों के लिए अलग से क्लास चलाई जा सकेगी। साथ ही अंग्रेजी ज्ञान बढ़ाने के लिए भी विशेष कक्षाएं आयोजित की जा सकेंगी।
अनुशासन और स्टाफिंग को लेकर भी सुझाव
प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि अनुशासन बनाए रखने के लिए शिक्षकों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की पुरानी व्यवस्था बहाल की जाए। साथ ही जब तक एडेड स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद नहीं भरते, तब तक अंशकालिक शिक्षकों की नियुक्ति की व्यवस्था लागू की जाए।
एडेड स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए चल रहे ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के तहत विद्यालय प्रबंधकों से लिया जाने वाला 25 प्रतिशत अंशदान घटाकर 5 प्रतिशत करने की भी मांग उठाई गई। मुख्यमंत्री योगी ने सभी मांगों को नियम संगत बताते हुए जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जर्जर भवनों की जीर्णोद्धार
राज्य सरकार अब एडेड माध्यमिक विद्यालयों के जर्जर भवनों के जीर्णोद्धार की योजना पर भी काम शुरू करने जा रही है। ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत पहले ही परिषदीय विद्यालयों के 85 प्रतिशत से अधिक भवनों में मरम्मत या पुनर्निर्माण का काम पूरा हो चुका है। अब सरकार ने एडेड स्कूलों के जर्जर भवनों की सूची के आधार पर दोबारा सर्वे कराने और आवश्यकता अनुसार उन्हें प्रोजेक्ट अलंकार में शामिल कर सुधार कार्य कराने का निर्णय लिया है।





