उत्तरप्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज यानि 19 दिसंबर से शुरू हो गया है। पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन में दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित सभी दलों के नेताओं ने राजनीति और समाज के लिए किए गए उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सत्र के पहले ही दिन सदन में हंगामे का माहौल देखने को मिला। समाजवादी पार्टी ने राज्य में संस्कृत स्कूलों के बंद किए जाने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। सरकार ने बताया कि संस्कृत विद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षकों को जीपीएफ का भुगतान जल्द होगा।
बता दें कि यूपी के संस्कृत विद्यालयों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। सत्र शुरू हो चुका है और प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरा नहीं हो सकी है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए सरकार ने कई स्कूल बंद भी कर दिए हैं। इसके साथ ही भर्ती प्रक्रिया को लेकर सरकार की ओर से अभी तका कोई आदेश नहीं आया है। जिसको लेकर आज सदन में सपा ने सरकार पर निशाना साधा है।
यूपी विधान परिषद में उठा कफ सिरप का मुद्दा
सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कफ सिरप कांड को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों पर बुलडोजर क्यों नहीं चला रही है। हजारों करोड़ रुपये का गबन हुआ है और जहरीली कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत हुई है। क्या बुलडोजर का ड्राईवर भी कफ सिरप पीकर सो गया है? ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
24 जनवरी को यूपी विधानसभा में वंदे मातरम पर चर्चा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 24 जनवरी को सदन में इस पर चर्चा की जाएगी। 24 जनवरी को उत्तरप्रदेश स्थापना दिवस भी है। इसके लिए हमने सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों से चर्चा के लिए अनुरोध किया है।





