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Wed, Dec 17, 2025

खेत में चल रही थी नकली लिक्विड यूरिया की फैक्ट्री, दो आरोपी गिरफ्तार, ब्रांडेड कंपनियों के मिले फर्जी स्टीकर व अन्य सामग्री

Written by:Amit Sengar
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पुलिस जांच में तीन कंपनियों गल्फ, आइशर 100 और टाटा मोटर्स के लोगो के उपयोग का खुलासा हुआ। साथ ही प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना की बोरियां भी मौके पर पाई गईं। पुलिस ने मुख्य आरोपी बाबू उर्फ एजाज को गिरफ्तार करने के बाद उसके खिलाफ भी मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया।
खेत में चल रही थी नकली लिक्विड यूरिया की फैक्ट्री, दो आरोपी गिरफ्तार, ब्रांडेड कंपनियों के मिले फर्जी स्टीकर व अन्य सामग्री

Betul News : भारत मे लिक्विड यूरिया का बाजार 427.17 मिलियन डॉलर का हो चुका है लेकिन अगर आप अपने डीजल संचालित वाहनों के लिए ब्रांडेड डीईएफ लिक्विड यूरिया खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि ये लिक्विड यूरिया नकली हो सकता है जो आपके वाहनों और पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक है। टाटा मोटर्स और गल्फ ऑइल कम्पनियों के जाँच अधिकारी अजय कुमार की शिकायत पर बैतूल पुलिस ने मुलताई के पास एक अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा जिसमे यूरिया से नकली डीईएफ लिक्विड बनाया जा रहा था। पुलिस को दो ठिकानों से भारी मात्रा में लिक्विड यूरिया सहित ब्रांडेड कम्पनियों के होलोग्राम और स्टिकर लगे डिब्बे मिले हैं। मामले में दो आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है।

क्या है पूरा मामला

बीते 13 जनवरी के दिन टाटा मोटर्स और गल्फ ऑइल जैसी नामी कम्पनियों के जाँच अधिकारी अजय कुमार ने बैतूल पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई की मध्यप्रदेश के बैतूल इलाके से गल्फ एंड ब्लू नाम से नकली डीईएफ यूरिया लिक्विड बेचा जा रहा है । बैतूल पुलिस ने टीम बनाकर पतासाजी शुरू की तो मुलताई के पास एक कच्चे मकान में यूरिया लिक्विड बनाने का एक अवैध फैक्ट्री मिली जहां भारी मात्रा में डीईएफ यूरिया लिक्विड बनाया जा रहा था ।

पुलिस ने किया यह सामान जब्त

पुलिस ने इस अवैध फैक्ट्री से मिक्सर मशीन ,आरओ प्लांट डीएम प्लांट ,ब्रांडेड कम्पनियों की खाली बाल्टियां , बड़ी कम्पनियों के नाम वाले होलोग्राम ,स्टिकर्स , एसिड ,केमिकल्स और प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना की यूरिया खाद और 700 लीटर लिक्विड यूरिया बरामद की है । दो आरोपी इस मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए हैं और पुलिस लगातार तफ्तीश में जुटी है ।

असली की जगह नकली डीईएफ यूरिया इस्तेमाल किया जाएगा तो पर्यावरण को होगा भारी नुकसान 

भारत में इस समय डीईएफ लिक्विड यूरिया का बाज़ार 427.17 मिलियन डॉलर का है ।सरकार ने पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर  देश मे 2018 से बीएस6 डीजल वाहनों में डीईएफ यूरिया लिक्विड का इस्तेमाल जरूरी तौर पर लागू किया है लेकिन अगर असली की जगह नकली डीईएफ यूरिया लिक्विड का इस्तेमाल किया जाएगा तो वाहनों और पर्यावरण को फायदे की जगह भारी नुकसान होगा।

नकली डीईएफ यूरिया लिक्विड बनाने का ये पहला मामला

बैतूल सहित मध्यप्रदेश में नकली डीईएफ यूरिया लिक्विड बनाने का ये पहला मामला सामने आया है जो काफी गम्भीर है इसलिए बैतूल पुलिस सहित पूरे मध्यप्रदेश में इस तरह की अवैध फैक्ट्रियों की जांच और धरपकड़ ज़रूरी हो जाती है जिससे करोड़ो डॉलर के नकली डीईएफ लिक्विड यूरिया बाजार का भंडाफोड़ हो सकता है।

बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट