मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता, फेकल्टी में फर्जीवाड़ा उजागर करने वाले छात्र संगठन NSUI की शिकायत के बाद अब मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल बैकफुट पर है, राजधानी भोपाल के NRI कॉलेज में फर्जी फेकल्टी, फर्जी प्रिंसिपल के आरोपों के बाद काउंसिल ने कॉलेज प्रबंधन को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
मध्य प्रदेश नर्सिंग काउंसिल द्वारा प्रदेश में संचालित नर्सिंग कॉलेजों को 2025-26 शिक्षण सत्र के लिए मान्यता प्रदान की गई जिसमें एनएसयूआई ने फर्जीवाड़े और सांठ गांठ के आरोप लगाये, छात्र संगठन ने आरोप लगाये कि काउंसिल ने अपने चाहते प्राइवेट कॉलेजों की मान्यता दे दी लेकिन 13 सरकारी नर्सिंग कॉलेज मान्यता से वंचित कर दिए गए जिससे वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है।
NSUI ने फर्जी फेकल्टी के लगाये हैं आरोप
इसी बीच एनएसयूआई ने अक्टूबर को भोपाल ने NRI कॉलेज की शिकायत क्राइम ब्रांच में की और फर्जी प्रिंसिपल और फर्जी फेकल्टी को आधार बनाकर मान्यता हासिल करने के आरोप लगाये, NSUI ने पुलिस से एनआरआई कॉलेज प्रबंधन, फर्जी फेकल्टी, फर्जी प्रिंसिपल और कॉलेज को मान्यता देने वाले नर्सिंग काउंसिल के अधिकारियों पर एफआईआर करने की मांग की थी।
नर्सिंग काउंसिल ने 7 दिन में माँगा जवाब
NSUI की शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने तो अभी कोई एक्शन नहीं लिया है लेकिन नर्सिंग काउंसिल जरुर एक्टिव हो गई है, मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल के रजिस्ट्रार ने कॉलेज संचालक को 13 अक्टूबर को नोटिस जारी कर सात में जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि NSUI द्वारा आपके कॉलेज के सम्बन्ध में शिकायत की गई है, शिकायत के संबंध में आप अपना लिखित स्पष्टीकरण पत्र नोटिस प्राप्ति की तिथि से सात दिवस के भीतर जमा करें। निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण प्रस्तुत न करने पर भविष्य में होने वाली किसी भी वैधानिक कार्यवाही हेतु आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।”
नर्सिंग काउंसिल, शिकायतों की पुष्टि करता है
एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि एनआरआई नर्सिंग कॉलेज लंबे समय से शासन-प्रशासन को गुमराह कर फर्जी तरीके से कॉलेज संचालित कर रहा है। हमने क्राइम ब्रांच से कॉलेज संचालकों जिसमें चेयरमैन सुबोध सिंह, वाइस प्रेसिडेंट डी. प्रमोद सिंह, सचिव जयश्री, सदस्य ममता गौतम और ज्योति गौतम पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। अब जब नर्सिंग काउंसिल ने नोटिस जारी किया है, तो यह हमारी शिकायतों की पुष्टि करता है। यदि क्राइम ब्रांच और काउंसिल कार्रवाई नहीं करते, तो एनएसयूआई साक्ष्यों के साथ न्यायालय की शरण लेगी।
फर्जी कॉलेजों के खिलाफ अभियान चलेगा: NSUI
एनएसयूआई भोपाल जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि नर्सिंग शिक्षा में फैला भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़ा विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। प्रदेश के कई निजी नर्सिंग कॉलेज वर्षों से फर्जी फैकल्टी और जाली दस्तावेज़ों के आधार पर मान्यता प्राप्त कर रहे हैं। एनएसयूआई ने जिस तरह एनआरआई नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ ठोस सबूतों के साथ शिकायत की, उसी तरह अन्य फर्जी कॉलेजों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा। किसी भी कीमत पर छात्रों का भविष्य बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।






