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Sat, Dec 20, 2025

छोटे भाई तेजस्वी के नाम पर भड़के तेज प्रताप यादव! मंच से बोले- ‘तुम आरएसएस का है क्या, अभी पुलिस…’

Written by:Deepak Kumar
Published:
छोटे भाई तेजस्वी के नाम पर भड़के तेज प्रताप यादव! मंच से बोले- ‘तुम आरएसएस का है क्या, अभी पुलिस…’

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के पहले ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। 30 अगस्त को जहानाबाद जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र में लखावर हाई स्कूल स्टेडियम में आयोजित जन संवाद यात्रा में पूर्व आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने जनता से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने चुनावी मुद्दों और संगठन में फूट डालने वालों पर चेतावनी भी दी।

सभा के दौरान नारेबाजी पर तेज प्रताप का रिएक्शन

सभा के दौरान एक युवक ने नारा लगाया, “अबकी बार तेजस्वी सरकार।” यह सुनते ही तेज प्रताप यादव भड़क गए और चेतावनी देते हुए बोले, “तुम फालतू बात मत करो, तुम आरएसएस का है क्या.. अभी पुलिस पकड़ ले जाएगी, जनता का सरकार आता है, किसी व्यक्ति विशेष का सरकार नहीं आता। जो घमंड में रहेगा, वह जल्दी गिरेगा। नौटंकी करोगे तो रोजगार नहीं मिलेगा।” उन्होंने साफ किया कि जनता किसी एक व्यक्ति के बजाय अपने अधिकार और सरकार को महत्व देती है।

संगठन में षड्यंत्र और बहरुपियों की चेतावनी

तेज प्रताप यादव ने कहा कि आरएसएस और अन्य संगठन उनकी टीम को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और कई लोग बहरुपिया बनकर भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे षड्यंत्रों में न फंसे और भ्रमित न हों। उनका कहना था, “जो अपना किसी का नहीं हुआ, वो जनता का क्या होगा।” इस दौरान उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि उनका उद्देश्य केवल जनता की सेवा करना है, न कि व्यक्तिगत लालच।

धार्मिक उदाहरणों से जनता से जुड़ने का प्रयास

तेज प्रताप यादव ने अपने संबोधन में धार्मिक दृष्टांतों का सहारा लेते हुए जनता से जुड़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “जैसे श्री राम चंद्र जी को वनवास हुआ, यदि गांव के लोग रामायण और भागवत गीता जानते हैं, तो वे अपने कर्मों से भटकेंगे नहीं।” उन्होंने आगे कहा, “भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि कर्म ही प्रधान है, इसलिए हमें अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए।” तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे जनता से दूर बैठने वालों में से नहीं हैं, बल्कि लगातार लोगों के बीच जाकर अपनी बात दोहराते रहेंगे। उनका उद्देश्य जनता को सशक्त करना और सही दिशा दिखाना है।

चुनावी संदेश और भविष्य की योजना

सभा में तेज प्रताप यादव ने साफ कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने का कोई लालच नहीं है। उनका उद्देश्य सिर्फ जनता की भलाई और सेवा करना है। उन्होंने लोगों को चेताया कि जो अपना किसी का नहीं होगा, वह जनता की भलाई के लिए काम नहीं कर सकता। उनका संदेश था कि मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करें और सही निर्णय लें।

तेज प्रताप यादव की यह सभा राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार यह दिखाती है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में न केवल जमीन पर रैलियों की अहमियत है, बल्कि नेताओं का जनता के बीच सीधा संवाद और सोशल मीडिया पर सक्रियता भी निर्णायक भूमिका निभाएगी।