सीतामढ़ी जिले से गणपति पूजा पंडाल में रविवार (31 अगस्त) की रात को हिंसक झड़प की खबर सामने आई है। यह घटना परिहार विधानसभा क्षेत्र में हुई, जहां पूजा समिति के सदस्यों के बीच विवाद बढ़ गया और मौके पर मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान फायरिंग की अफवाहें भी उड़ीं, हालांकि पुलिस ने गोली चलने की पुष्टि नहीं की। घटना के समय बीजेपी विधायक गायत्री देवी अपने परिवार के साथ वहां मौजूद थीं। उन्होंने और उनके पति बाल-बाल बचाव किया। पूर्व विधायक रामनरेश यादव भी बीच-बचाव के लिए आए, लेकिन उन्हें हल्की चोटें आईं। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है और पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
पंडाल में विवाद और मारपीट
जानकारी के अनुसार रविवार शाम को पूजा समिति के सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ। रात को स्थानीय बीजेपी विधायक गायत्री देवी अपने पति के साथ जागरण कार्यक्रम का उद्घाटन करने पंडाल पहुंचीं। इस दौरान विवाद तेज हो गया और मारपीट का सिलसिला शुरू हो गया। स्थानीय लोगों ने फायरिंग करने वाले युवक और उनके साथियों को पकड़कर पीटा। हालांकि, इस दौरान किसी के गंभीर घायल होने की खबर नहीं है। मारपीट में केवल कुछ हल्की चोटें आईं, जिनका इलाज स्थानीय सीएचसी में कराया गया।
गायत्री देवी और उनके परिवार की सुरक्षा
घटना के समय बीजेपी विधायक गायत्री देवी अपने पति के साथ मौजूद थीं। उन्होंने और उनके परिवार ने सुरक्षित स्थान पर रहकर किसी बड़े हादसे से खुद को बचाया। घटना के दौरान उनका कोई नुकसान नहीं हुआ। यह दृश्य पंडाल में मौजूद लोगों के लिए डरावना था। पुलिस ने बताया कि फायरिंग की बातों की पुष्टि नहीं हुई है। घटना के कारण पंडाल में मौजूद लोग और दर्शनार्थी डर के कारण इधर-उधर भागते नजर आए।
पूर्व विधायक का बीच-बचाव और जख्मी लोग
पूर्व विधायक रामनरेश यादव घटना के दौरान मारपीट रोकने के लिए बीच-बचाव करने आए। इस दौरान उन्हें भी चोटें लगीं और उनका इलाज सीएचसी में कराया गया। मारपीट में एक युवक भी घायल हुआ, जिसका इलाज भी सीएचसी में हुआ। रामनरेश यादव ने बताया कि यह घटना बाहरी लोगों द्वारा अंजाम दी गई थी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और विवादित परिस्थितियों को बढ़ाने से बचने की अपील की।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
घटना की सूचना मिलते ही परिहार और बेल थाना के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसडीपीओ-2 आशीष आनंद भी घटना स्थल पर जाकर पूर्व विधायक से पूरी जानकारी ली। एसडीपीओ ने बताया कि गोली चलने की पुष्टि नहीं हुई है और यह घटना पूजा समिति के सदस्यों और कुछ बाहरी लोगों के बीच मारपीट की वजह से हुई। पुलिस फिलहाल मामले की पूरी जांच कर रही है और आरोपी लोगों की पहचान कर कार्रवाई करेगी। पंडाल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।





