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Sun, Dec 21, 2025

गुरुग्राम में सरकारी कार्यालयों का समय बदला, वायु गुणवत्ता खराब होने के चलते लिया गया फैसला

Written by:Rishabh Namdev
Published:
गुरुग्राम में सरकारी कार्यालयों के समय में बदलाव किया गया है। यह बदलाव वायु गुणवत्ता खराब होने के चलते ग्रेप के चौथे चरण के तहत किया गया है। डीसी अजय कुमार की ओर से आदेश जारी करते हुए राज्य सरकार के कार्यालयों के लिए सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक और नगर निकायों के कार्यालयों के लिए सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है, जबकि निजी संस्थाओं को सलाह दी गई है कि वे वर्क फ्रॉम होम अपनाएं।
गुरुग्राम में सरकारी कार्यालयों का समय बदला, वायु गुणवत्ता खराब होने के चलते लिया गया फैसला

इस समय देश के कई राज्य वायु गुणवत्ता में गंभीर गिरावट का सामना कर रहे हैं। दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चौथे चरण को लागू कर दिया गया है। आयोग के निर्देशों के चलते गुरुग्राम जिले में राज्य सरकार तथा नगर निकायों के अधीन संचालित सभी सार्वजनिक कार्यालयों की ऑफिस टाइमिंग में बदलाव किया गया है। इसे लेकर डीसी अजय कुमार ने आदेश जारी किए हैं।

दरअसल यह निर्णय वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट के चलते और स्तर को नियंत्रित करने के लिए यातायात व भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। जारी आदेश के मुताबिक गुरुग्राम जिले में सार्वजनिक कार्यालयों के समय में अस्थायी रूप से परिवर्तन किया गया है।

सरकारी कार्यालय में हुआ बदलाव

दरअसल जो सरकारी कार्यालय राज्य सरकार के अधीन आते हैं, वे अब सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कार्य करेंगे। नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर के अधीन आने वाले कार्यालय तथा नगर परिषद सोहना, पटौदी मंडी एवं नगर पालिका फरुखनगर के कार्यालय सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक कार्य करेंगे। जानकारी दी गई है कि यह व्यवस्था ग्रैप के चौथे चरण की अवधि तक प्रभावी रहेगी। इसके अलावा एयर क्वालिटी में सुधार के लिए डीसी अजय कुमार ने जिले की सभी निजी संस्थाओं को अगले आदेशों तक वर्क फ्रॉम होम सिस्टम पर काम करने की एडवाइजरी जारी की है।

नगर निकाय व निजी कार्यालय 50% क्षमता के साथ कार्य करें: अजय कुमार 

दरअसल डीसी अजय कुमार ने कहा कि अगले आदेश तक सार्वजनिक, नगर निकाय व निजी कार्यालय 50% क्षमता के साथ कार्य करें और शेष कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी जाए। अजय कुमार का कहना है कि यह कदम वाहनों की आवाजाही और भीड़भाड़ को कम करने के लिए उठाया जा रहा है, ताकि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके। डीसी की ओर से नागरिकों से अपील की गई है कि वे प्रशासन का सहयोग करें और प्रदूषण कम करने के लिए जारी सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।