बीते मंगलवार को शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में एनुअल फंक्शन सेलिब्रेशन पर रोक लगाई गई थी। अब बुधवार को विभाग ने इस रोक को हटा दिया है। दरअसल, विभाग ने 24 घंटे के भीतर ही अपना फैसला पलट दिया है। नए आदेश के मुताबिक अब एनुअल फंक्शन सेलिब्रेशन की तारीख को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। इसके बाद कार्यक्रम कराने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आदेशों के मुताबिक स्कूल में नवंबर महीने में एनुअल फंक्शन नहीं कराने की वजह अब स्कूल प्रशासन को बताना अनिवार्य होगा।
वजह बताने के बाद नए आदेशों के तहत स्कूल प्रबंधन 31 दिसंबर तक एनुअल फंक्शन करवा सकेंगे और स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर सकेंगे। हालांकि बीते दिन विभाग की ओर से कहा गया था कि दिसंबर माह में स्कूलों के वार्षिक समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा।

पहले 30 नवंबर के बीच कराने की बात कही गई थी
वहीं पहले जारी किए गए आदेश पर नजर डालें तो एनुअल फंक्शन 30 नवंबर के बीच कराने की बात कही गई थी, लेकिन कई स्कूल ऐसे हैं जहां दिसंबर महीने में भी एनुअल फंक्शन मनाए जा रहे थे। इसे देखते हुए मंगलवार को विभाग की ओर से आदेश जारी कर इन फंक्शनों पर रोक लगाई गई थी। वहीं एक दिन बाद ही बुधवार को विभाग ने आदेश को पलट दिया। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इन आदेशों को लेकर शिक्षा विभाग की आलोचना की जा रही है। दरअसल दिसंबर में एनुअल फंक्शन पर रोक लगाने के लिए 16 दिसंबर को आदेश जारी किए गए थे। महीने के बीच में इस तरह के आदेश जारी करने को लेकर शिक्षा विभाग को ट्रोल किया गया।
क्यों विभाग की ओर से लिया गया था यह फैसला?
दरअसल दिसंबर का महीना परीक्षा के लिहाज से बेहद अहम माना जाता है। विंटर क्लोजिंग स्कूलों में दिसंबर में नॉन बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। ऐसे में अगर दिसंबर महीने में एनुअल फंक्शन होते हैं तो कई दिन इस तरह के कार्यक्रमों में बीत जाते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसे देखते हुए बीते साल भी विभाग की ओर से इस प्रकार के आदेश जारी किए गए थे। हालांकि इस बार भी विभाग ने आदेश जारी किए थे, लेकिन स्कूलों पर इसका खास असर नहीं दिखा। इसी वजह से अब शिक्षा विभाग ने 31 दिसंबर तक एनुअल फंक्शन करने की राहत दी है।





