देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अपने कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि वह 70% से ज्यादा कर्मचारियों को पूरा क्वार्टर्ली वेरिएबल पे (QVA) देगी। बाकी कर्मचारियों का भुगतान उनकी संबंधित बिजनेस यूनिट्स की परफॉर्मेंस के आधार पर होगा।
C2 लेवल के कर्मचारियों को मिलेगा 100% वेरिएबल पे
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, TCS के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने एक ईमेल में बताया कि C2 ग्रेड के सभी कर्मचारियों को उनकी पूरी वेरिएबल सैलरी दी जाएगी। वहीं C3 और उससे ऊपर के ग्रेड के कर्मचारियों को (जिन्हें सीनियर स्टाफ माना जाता है) वेरिएबल पेआउट बिजनेस परफॉर्मेंस के आधार पर तय किया जाएगा।
TCS में कर्मचारियों को विभिन्न ग्रेड्स में बांटा गया है-
Y ग्रेड: ट्रेनी
C1: सिस्टम इंजीनियर
C2: जूनियर डेवलपर्स
C3 से C5: मिड-लेवल से लेकर सीनियर लीडरशिप
CXO: टॉप मैनेजमेंट
इस संरचना में C2 ग्रेड में ही लगभग 70% कर्मचारी आते हैं, जिन्हें इस तिमाही में पूरा वेरिएबल पे मिलेगा।
इंक्रीमेंट फिलहाल टला, डॉलर की कमजोरी बनी चुनौती
TCS ने इस बीच अपने एनुअल इंक्रीमेंट को लेकर कर्मचारियों को झटका दिया है। आमतौर पर हर साल 1 अप्रैल से शुरू होने वाली सैलरी हाइक प्रक्रिया को फिलहाल अगली तिमाही के लिए स्थगित कर दिया गया है। कंपनी ने कहा कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां, खासकर लगातार कमजोर हो रहा डॉलर, उसके रेवेन्यू पर असर डाल रहा है।
5,090 नई हायरिंग, स्टाफ संख्या 6.13 लाख पार
हालांकि, कठिनाइयों के बावजूद कंपनी ने हायरिंग में तेजी दिखाई है। पहली तिमाही में 5,090 नए कर्मचारी कंपनी से जुड़े, जिससे अब TCS के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 6,13,000 से ज्यादा हो चुकी है।
कमाई और डिविडेंड का ऐलान
FY26 की पहली तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा-
शुद्ध लाभ: 12,760 करोड़ रुपये (वर्ष-दर-वर्ष 6% की वृद्धि)
ऑपरेशनल रेवेन्यू: 63,437 करोड़ रुपये (पिछली तिमाही से 1.32% ज्यादा)
शेयरधारकों को डिविडेंड: 11 रुपये प्रति शेयर
TCS के इन फैसलों से जहां कर्मचारियों को राहत मिली है, वहीं कंपनी की सतर्क नीति इस बात को भी दर्शाती है कि आर्थिक चुनौतियों को गंभीरता से लिया जा रहा है।





