भारत और अमेरिका के बीच फरवरी के बाद शुरू हुई व्यापार वार्ता अब अचानक ठप हो चुकी है। अब तक कुल पांच दौर की वार्ताएं पूरी हो चुकी हैं। छठे दौर की वार्ता सितंबर-अक्टूबर तक होनी थी, लेकिन अब यह वार्ता स्थगित कर दी गई है। अमेरिका ने नई दिल्ली में 25 से 30 अगस्त के लिए निर्धारित अपने व्यापार प्रतिनिधि मंडल की यात्रा को स्थगित किया है। हालांकि, अमेरिका की ओर से औपचारिक रूप से भारत को इसकी पुष्टि नहीं भेजी गई है।
लेकिन संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है। इसके अलावा इस वार्ता के लिए नई तारीख भी जल्द तय की जा सकती है। दरअसल, यह यात्रा स्थगित होना भारत और अमेरिका के लिए कितना सही होगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा।
क्या भारत को मिलेगी टैरिफ से राहत?
पिछले कुछ समय में भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद देखने को मिला है। वहीं, अब मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा जा रहा है कि निकट भविष्य में भारत को किसी भी तरह की टैरिफ राहत मिलने की संभावना नहीं है। दरअसल, दोनों देशों के बीच बिगड़ते संबंध इसका कारण हैं। अमेरिका ने भारत पर 50% का टैरिफ लगाया है। रूस से तेल आयात करने पर अमेरिका नाराज़ नजर आ रहा है। पहले भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया गया था, लेकिन इसे बढ़ाकर कुछ ही समय में 50% कर दिया गया। अमेरिका की ओर से यह साफ किया गया कि भारत रूस से तेल आयात कर रहा है और मिलिट्री इक्विपमेंट में सहायता ले रहा है, जिसके कारण भारत पर यह पेनल्टी लगाई जा रही है।
भारत ने अपना रुख किया साफ
अमेरिकी सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रैंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिका की 25 से 30 अगस्त के बीच भारत में ट्रेड वार्ता होने वाली थी। यह छठे दौर की बैठक होने वाली थी, लेकिन दोनों देशों के बीच बिगड़े संबंधों ने इस वार्ता पर असर डाला और इसे स्थगित कर दिया। अब इस यात्रा के स्थगित हो जाने से दोनों पक्षों के बीच व्यापार समझौते के पहले चरण पर भी असर पड़ेगा। भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि वह कृषि क्षेत्र और डेयरी क्षेत्र में कोई भी समझौता नहीं करेगा। भारत ने कहा है कि किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों की रक्षा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए अपने संबोधन में यह बात कही थी।





