एमपी के दमोह जिले में एक बार फिर फूड पॉयजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है जहां दो परिवारों के 14 लोग विषाक्त भोजन की वजह से बीमार पड़े है इनमें से 11 लोगों को दमोह के जिला अस्पताल ने दाखिल कराया गया है। इलाज के बाद सभी की हालत में सुधार हो रहा है उधर कलेक्टर ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
मामला जिले के पटेरा ब्लाक के बेलखेड़ी गांव से सामने आया है यहां बीती रात करीब आठ बजे दो परिवारों ने चना की भाजी और कोदो की रोटियां खाई और कुछ ही देर बाद इन दोनों परिवारों के लोगों को चक्कर आने लगे और फिर उल्टी की शिकायतें शुरू हुई , हालात बिगड़े तो पीड़ितों को आस पड़ोस के लोग पटेरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए लेकिन यहां स्थिति काबू में नहीं थी और फिर एंबुलेंस के जरिए उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया।
कोदो की रोटी चना की भाजी खाने से बिगड़ी हालत
दमोह के जिला अस्पताल में पहले से ही प्रबंधन को सूचना दी जा चुकी थी लिहाजा पूरा अमला तैनात था, जिला अस्पताल लाए गए 11 मरीजों को डॉक्टर्स की टीम ने इलाज दिया और सभी को आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है। पीड़ितों के मुताबिक इन सभी लोगों ने परम्परागत अनाज कोदो और उसके साथ चना की भाजी खाई थी, जिसके बाद उनकी हालत ख़राब हो गई।
मरीजों की हालत चिंताजनक नहीं
माना जा रहा है कि कई बार ज्यादा दिनों तक सुरक्षित रूप से रखे जाने वाला कोदो जहरीला हो जाता है और दूसरी तरफ चना की फसल में डाला जाने वाला यूरिया और पेस्टीसाइज भी भाजी को जहरीला बना देती है और इस भोजन से ही लोग बीमार पड़े है। सिविल सर्जन डॉ प्रहलाद पटेल ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण पटेरा के बेलखेड़ी गांव में महिला पुरुष बच्चों को उल्टी की शिकायत के बाद सभी की तबियत खराब होने की जानकारी दमोह अस्पताल में आई थी जिसके बाद पूरी तैयारी की गई थी लगभग 11 मरीज पहुंचे है जिनका इलाज जारी है पूरी रात मॉनिटरिंग की गई थी सभी स्वस्थ है ।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने बताया पटेरा अस्पताल मैं करीब 10 लोग कोदो कुटकी के सेवन उपरांत लाए गए थे जो फूड प्वाइजनिंग के कारण बीमार हुए बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया है सभी डॉक्टर्स की टीम ने इलाज किया है सभी की स्थिति ठीक है फूड विभाग के अधिकारियों को फूड पदार्थ की जांच के आदेश दिए है पुलिस भी अपना काम कर रही है ।
दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट





