मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान से प्रेरित मध्यप्रदेश सरकार के अभियान एक बगिया मां के नाम में नियमों को दरकिनार कर पौधों की खरीदी करने का जिला पंचायत अध्यक्ष ने आरोप लगाया है। अध्यक्ष के आरोपी के बाद जिला पंचायत सीईओ दिव्यांशु चौधरी ने उनके खिलाफ गाली गलौज करने का मामला दर्ज कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस देश के पर्यावरण को बेहतर करने के लिए एक पेड़ मां के नाम अभियान शुरू किया गया था। इसी अभियान से प्रेरित होकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक बगिया मां के नाम अभियान शुरू किया। सरकार के 5 जुलाई 2025 के परिपत्र में सभी जिलों के कलेक्टरों और जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए गए थे कि वह हर हाल में 15 सितंबर तक व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत एक बगिया मां के नाम कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करें।
नवंबर में शुरू हुई पौधों की खरीद, अनियमितताएं भी आई सामने
इस अभियान में स्वयं सहायता समूह की दीदीयों को खुद पौधे खरीद कर लगाना था, उनकी फेंसिंग करनी थी और व्यापक जल क्षमता वाले जलकुंड बनाने थे ताकि पौधों को सींचा जा सके। लेकिन डिंडोरी जिले में यह अभियान नवंबर में शुरू हुआ। नवंबर में वेंडर से पौधे मंगाये गए और दिसंबर में उनका वृक्षारोपण हुआ।
इस मामले में अनियमितताओं की शिकायत की जांच करने जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते विभिन्न स्थानों पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि बिना जड़ के पौधे, सूखे पौधे और मृत प्राय हो चुके पौधे खरीदे गए हैं। इतना ही नहीं, सरकार के निर्देशों में साफ था कि हितग्राही खुद ही पौधे खरीदेगा किसी भी स्थिति में वेंडर से पौधे क्रय नहीं किए जाएंगे, लेकिन डिंडोरी में सीधे वेंडर से पौधे क्रय किए गए।
कलेक्टर के पास पहुंचा मामला
इस मामले में लगभग 14 करोड रुपए के भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते ने सीधे डिंडोरी कलेक्टर से 16 दिसंबर 2025 को की। इस पर कलेक्टर ने उनसे यानि रूदेश से जिला पंचायत सीईओ दिव्यांशु चौधरी के साथ बैठकर मामले की चर्चा करने का कहा। 17 दिसंबर 2025 को रूदेश परस्ते के पास जिला पंचायत डिंडोरी के सीईओ दिव्यांशु चौधरी का फोन आया और उन्होंने कहा कि मेरे ऑफिस आईये, बैठकर चर्चा करनी है।
गाली और एफआईआर
दिव्यांशु के कहने पर रूदेश जब उनके कार्यालय पहुंचे तो जिला पंचायत अध्यक्ष ने सीओ से कहा कि इस पूरे मामले में भुगतान को रोका जाना चाहिए क्योंकि व्यापक गड़बड़ियां एक बगिया मां के नाम अभियान में हुई है। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने अगले वर्ष वृहद वृक्षारोपण करने का आश्वासन दिया। लेकिन रूदेश जांच की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद दिव्यांशु चौधरी का आरोप है कि रूदेश परस्ते ने उनकी यानी दिव्यांशु चौधरी के साथ गाली गलौज की और इस मामले में दिव्यांशु चौधरी ने रूदेश के खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज कर दिया।
पंचायत अध्यक्ष ने की सीसीटीवी की मांग
अब इस पूरे मामले को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश चौधरी जिला पंचायत कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं और इस पूरे मामले की हाई लेवल जांच करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि जिला पंचायत सीईओ के द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ कराई गई एफआईआर प्रथम दृष्टया ही संदिग्ध प्रतीत हो रही है क्योंकि खुद रूदेश परस्ते ने आवेदन देकर मांग की है कि जिला पंचायत कार्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ली जाए, उन्होंने कोई गाली गलौज नहीं की।





