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Fri, Dec 19, 2025

India First South Movie: पहली साउथ फिल्म का नाम सुनकर उड़ जाएंगे होश, चार सप्ताह में पूरी हो गई थी शूटिंग

Written by:Kishan Rana
Published:
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India First South Movie: पहली साउथ फिल्म का नाम सुनकर उड़ जाएंगे होश, चार सप्ताह में पूरी हो गई थी शूटिंग

India First South Movie : साउथ की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धूम मचा रही हैं, साल 2022 में बनी आर आर आर ने देश के साथ विदेशों में भी झंडे गाड़े हैं लेकिन क्या आप जानते हैं साउथ इंंडस्ट्री की सबसे पहली फिल्म कौन सी थी और इसका डायरेक्टर कौन था। तो चलिए हम आज आपको इस बारे में बताते हैं

साउथ की पहली फिल्म 

साउथ की पहली बोलती फिल्म साल 1931 में बनी थी जिसका नाम भक्त प्रह्लाद था। लेकिन अगर  बात करें सबसे पहली  फिल्म जो तेलगु भाषा में बनी हो तो महाभारत की एक घटना पर आधारित फिल्म कीचकवधम् का नाम आता है जो  साल 1916 में बनी थी। इस फिल्म का निर्देशन रंगास्वामी नटराज मुदलियार ने किया था। इस फिल्म में राजू मुदलियार ने कीचक की भूमिक निभाई थी वहीं जीवरत्नम ने द्रौपदी की भूमिक निभाई थी। दुखद बात यह है कि इस फिल्म का अब कोई प्रिंट उपलब्ध नहीं है।

पौराणिक कथा पर है आधारित 

कीचकवधम् फिल्म की कहानी महाभारत के विराट पर्व से ली गई है  जहां राजा विराट का सेनापाति द्रौपदी की सुंदरता से मोहित होकर उससे शादी करना चाहता है। लेकिन अज्ञातवास में होने के कारण द्रौपदी मौखिक तौर पर उसका विरोध नहीं कर पाती हैं। जिसके बाद पांचो पांडव मिलकर योजना बनाते हैं और भीम के कहने पर द्रोपदी कीचक को एकांत में बुलाती है जहां गदाधारी भीम का उससे युद्ध होता है और भीम कीचक का वध कर देते हैं।

चार हफ्तों में पूरी हुई थी शूटिंग 

साउथ सिनेमा का वो शुरूआती दौर था भारत की पहली फिल्म राजा हरिशचंद्र तब तक बन चुकी थी। रंगास्वामी नटराज मुदलिया ने पहली साउथ फिल्म बनाने का काम शुरू किया। इस फिल्म की कहानी सी. रंगवदिवेलु ने लिखी इससे पहले  इसका नाटक मंचन हुआ था जिसे लोगों  ने काफी पसंद किया था नाटक की लोकप्रियता देखकर रंगास्वामी ने इस पर फिल्म बनाने का फैसला किया। उन्होंने इस फिल्म में सिनेमाटोग्राफी  और एडीटिंग का काम भी किया। पूरी फिल्म को शूट करने में 35 दिन लगे, जिसके बाद इसकी एडिटंग का काम शुरू हुआ। फिल्म में ज्यादातार रंगमंच के कलाकार थे। जब इस फिल्म को दर्शकों को दिखाया गया था इस देश के साथ विदेश में भी खूब पसंद किया गया। इस फिल्म को बनाने में 35 हजार रूपए का खर्चा आया था वहीं बॉक्स ऑफिस पर इसने 50 हजार  रुपए से अधिक की कमाई की थी। जो कि उस जमाने के हिसाब से काफी थी। इस फिल्म को 16 फ्रेम पर सेकेंड पर शूट किया गया था वहीं इसकी रील की लंबाई 6 हजार फुट यानि कि लगभग 1800 मीचर थी