MP Breaking News
Thu, Dec 18, 2025

धान खरीदी में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के आरोपी अभी भी फरार, ग्वालियर पुलिस ने इनाम बढ़ाकर 20 हजार किया

Written by:Atul Saxena
Published:
इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाना जनकगंज में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। पूर्व में इन पाँचों आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था, जिसे पुलिस उप महानिरीक्षक ने निरस्त कर अब 20-20 हजार रुपये कर दिया है । 
धान खरीदी में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के आरोपी अभी भी फरार, ग्वालियर पुलिस ने इनाम बढ़ाकर 20 हजार किया

ग्वालियर कृषि उपज मंडी लश्कर में पिछले दिनों सामने आये धान खरीदी घोटाले के आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं, पुलिस ने फरार आरोपियों पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था जिसके बाद एक आरोपी को गिरफ्तार किया था लेकिन शेष आरोपी अभी भी फरार है, इस बीच ग्वालियर पुलिस ने आरोपियों की इनामी राशि की बढाकर 20 हजार रुपये कर दिया है।

किसानों की धान खरीदकर करीब 7 करोड़ रुपये डकारने वाले फरार पांच आरोपियों पर ग्वालियर के  उप पुलिस महानिरीक्षक अमित सांघी ने इनाम की राशि को अबध दिया है, पुलिस ने पाँच आरोपियों की गिरफ्तारी पर 20 – 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। DIG ने कहा कि जो भी व्यक्ति विधि संगत तरीके से इन आरोपियों को गिरफ्तार कराने में पुलिस की मदद करेंगे, उन्हें यह नगद पुरस्कार दिया जायेगा।

इन फरार पांच आरोपियों पर बढ़ाई इनामी राशि 

उप पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय ग्वालियर रेंज से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी भूपेन्द्र किरार निवासी इमली नाका सिकंदर कम्पू, महेश कौशल निवासी पंचशील नगर मेला मैदान के पीछे, अमित गुप्ता निवासी वार्ड-18 पकोड़िया महादेव दतिया, सुचि गुप्ता निवासी एकता विहार कॉलोनी गुढ़ा कम्पू एवं कदम सिंह जाटव निवासी जगजीवन नगर 60 फुटा रोड कुम्हरपुरा की गिरफ्तारी पर 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

किसानों के साथ की है 7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी 

बता दें ग्वालियर मंडी में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला पिछले दिनों सामने आया जिसमें ग्वालियर- चंबल अंचल के कई किसानों से धान खरीदी गई, व्यापारियों ने किसानों को भुगतान नहीं किया, व्यापरियों ने धान को डबरा स्थित वेयर हाउस में रखवाया, इतना ही नहीं वेयर हाउस के धान पर करोड़ों रुपए का लोन भी ले लिया और जालसाजी कर 7 करोड़ से अधिक रुपए डकार लिए, ये पूरी हेराफेरी व्यापारियों और मंडी स्टाफ ने मिलकर, किसानों ने जब मामले की शिकायत कोर्ट में की तो कोर्ट ने इसे गंभीर मानते हुए तत्काल कार्रवाई करवाने के निर्देश दिए जिसके बाद मंडी प्रबंधन ने इस मामले की पुलिस से शिकायत कर दी।