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Wed, Dec 17, 2025

बल्लभगढ़ के ऊंचा गांव में विकास की दस्तक, 80 लाख से बनेंगी सड़क और गलियां

Written by:Vijay Choudhary
Published:
बल्लभगढ़ के ऊंचा गांव में विकास की दस्तक, 80 लाख से बनेंगी सड़क और गलियां

बल्लभगढ़ के ऊंचा गांव और प्रेम नगर के लोगों के लिए खुशखबरी है। लंबे समय से जो विकास कार्य अधूरे थे, वे अब हकीकत में बदलने जा रहे हैं। क्षेत्र के विधायक पं. मूलचंद शर्मा ने लगभग 80 लाख रुपये की लागत से बनने वाली मुख्य सड़क और आठ गलियों के निर्माण का शिलान्यास किया। यह परियोजना न सिर्फ नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाएगी, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव लाएगी।

प्रेम नगर में 8 गलियों और मुख्य सड़क का होगा निर्माण

विधायक मूलचंद शर्मा ने प्रेम नगर में नारियल फोड़कर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत प्रेम नगर की आठ गलियों का निर्माण होगा, साथ ही ऊंचा गांव और प्रेम नगर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क भी बनाई जाएगी। इसके अलावा आस-पास की 7 अन्य गलियों को भी इसी बजट में विकसित किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने इसे एक बहुत बड़ी राहत बताते हुए विधायक का धन्यवाद किया। उनका कहना है कि ये गलियां कई वर्षों से टूटी हुई थीं और आने-जाने में काफी परेशानी होती थी।

विधायक बोले – जनता की ज़रूरतें ही मेरी प्राथमिकता

कार्यक्रम के दौरान विधायक ने कहा कि उनका प्रयास हमेशा यही रहता है कि क्षेत्र के हर नागरिक को मूलभूत सुविधाएं समय पर मिलें। उन्होंने कहा,
“विकास कार्य केवल पत्थर लगाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए होते हैं।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि नगर निगम के सहयोग से सभी कार्य तेजी से पूरे किए जाएंगे, ताकि लोगों को जल्द लाभ मिल सके।

स्थानीय व्यापार और आवागमन को मिलेगा बढ़ावा

इस परियोजना से जहां एक ओर लोगों का रोजमर्रा का जीवन आसान होगा, वहीं दूसरी ओर स्थानीय दुकानदारों और छोटे व्यापारियों को भी फायदा मिलेगा। साफ-सुथरी और पक्की गलियों से न केवल आवागमन में सुविधा होगी बल्कि आस-पास के इलाकों की साफ-सफाई और सुरक्षा में भी सुधार आएगा। प्रेम नगर और ऊंचा गांव अब उन क्षेत्रों में शामिल हो जाएंगे जहां सुनियोजित विकास की तस्वीर सामने आएगी।

छोटे सुधार, बड़ा असर – विकास की दिशा में मजबूत कदम

इस अवसर पर कई गणमान्य लोग और क्षेत्रवासी मौजूद रहे। सभी ने इस पहल को सराहा और कहा कि इससे साफ है कि सरकार और स्थानीय प्रतिनिधि जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। यह पहल बताती है कि यदि ईमानदारी और योजना के साथ काम किया जाए, तो छोटे सुधार भी बड़े बदलाव की नींव रख सकते हैं।