हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के सदर पुलिस थाने में धोखाधड़ी के एक मामले में चंडीगढ़ के दो निवासियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित यादव ने बताया कि नारी तहसील के निवासी गणेश कुमार की शिकायत पर बलजीत सिंह और अनूप शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर झूठे आश्वासनों के जरिए 20 लाख रुपये ऐंठने का भी आरोप लगाया है।
गणेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि चंडीगढ़ के सैक्टर 50-डी निवासी बलजीत सिंह ने टेलीफोन के माध्यम से उनसे संपर्क किया और खुद को बीएसएनएल का निदेशक बताया। बलजीत सिंह ने दावा किया कि वह गणेश कुमार को हिमाचल प्रदेश में ऑप्टिकल फाइबर के काम के लिए आईटीआई लिमिटेड, बेंगलुरु से श्रम अनुबंध के तहत निविदा दिला सकता है। इस झूठे वादे के आधार पर बलजीत सिंह और अनूप शर्मा ने मिलकर गणेश कुमार से 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।
आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ दिया अंजाम
एसपी अमित यादव ने बताया कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने इस तरह की धोखाधड़ी की घटनाओं को अन्य लोगों के साथ भी अंजाम दिया है या नहीं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द ही उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी कॉल्स और झूठे वादों से सतर्क
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के फर्जी कॉल्स और झूठे वादों से सतर्क रहें। एसपी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी या कंपनी प्रतिनिधि बताकर पैसे की मांग करता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें। इस तरह की सावधानी से लोग धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकते हैं।





