हिमाचल प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है। पार्टी नेतृत्व की जिम्मेदारी अब सीधे राहुल गांधी ने अपने हाथ में ले ली है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, 4 अगस्त को दिल्ली में प्रदेश के अहम मुद्दों पर एक उच्चस्तरीय बैठक होगी, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति से लेकर सरकार और संगठन में फेरबदल पर चर्चा की जाएगी। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, सभी कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
हिमाचल कांग्रेस में बड़ा फेरबदल संभव
करीब दो महीने पहले राहुल गांधी की हिमाचल नेताओं के साथ बैठक प्रस्तावित थी, जो टल गई थी। अब यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसमें कई लंबित मुद्दों का हल निकल सकता है। खास बात यह है कि कांग्रेस प्रदेश कमेटी के नए अध्यक्ष के नाम पर भी सहमति बनाई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक इस पद के लिए विनय कुमार, विनोद सुल्तानपुरी और आरएस बाली के नाम चर्चा में हैं। इनमें आरएस बाली ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिससे उन्हें भी गंभीर दावेदार माना जा रहा है।
इसके अलावा मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा की जाएगी। हिमाचल सरकार के मंत्रिमंडल में अभी एक स्थान खाली है। इसके भरने के साथ ही कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव की संभावना है। यह भी चर्चा है कि एक मौजूदा मंत्री को हटाकर किसी विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में बैठक के बाद सरकार के कामकाज में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
बैठक में सरकार की अब तक की उपलब्धियों का मूल्यांकन भी होगा। राहुल गांधी सभी कैबिनेट मंत्रियों से सीधे फीडबैक लेंगे कि कांग्रेस सरकार की चुनावी गारंटियों में से कितनी पूरी हुई हैं और किन पर काम बाकी है। यह बैठक केवल संगठनात्मक नहीं, बल्कि सरकार के प्रदर्शन की भी समीक्षा करेगी।
दिल्ली में होने वाली यह बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि पहली बार राहुल गांधी खुद प्रदेश कांग्रेस के मसलों को लेकर बैठक कर रहे हैं। इससे यह संकेत भी मिल रहा है कि पार्टी अब हिमाचल में संगठन को पूरी तरह सक्रिय करने और लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटने वाली है।





