हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की पांच पंचायतों को हमीरपुर विकास खंड से हटाकर सुजानपुर विकास खंड में शामिल करने के फैसले का ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जोरदार विरोध किया है। सोमवार को कुठेड़ा, टिब्बी, देई का नौण, मझोग सुल्तानी और ख्याह पंचायतों के लोगों ने डीसी कार्यालय हमीरपुर के बाहर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों का कहना है कि ये पंचायतें पहले हमीरपुर विकास खंड के अंतर्गत आती थीं। जहां सभी जरूरी कार्यालय पहले से मौजूद हैं। अमन जसवाल और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लोग वर्षों से हमीरपुर से अपने कार्य करवाते आ रहे हैं. और सुजानपुर या टौणी देवी तक जाना अब असुविधाजनक हो गया है। स्थानीय विधायक से भी इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने की मांग की गई हैं।
ग्रामीणों में आक्रोश मनमर्जी से लिया गया निर्णय
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने स्थानीय लोगों की राय लिए बिना यह निर्णय लिया है। शालू, जो एक स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं. उन्होने बताया कि पंचायतों का उपमंडल, तहसील और अन्य कार्यालय पहले से ही हमीरपुर में हैं. ऐसे में विकास खंड बदलने से रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं। पूर्व प्रधान रंजन शर्मा ने चेतावनी दी कि अगर समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ तो ग्रामीण चक्का जाम करेंगे।
सरकार को चेतावनी जल्द नहीं बदला निर्णय तो होगा आंदोलन
डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि विकास खंड को लेकर लिया गया. यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने साफ किया कि वे हमीरपुर विकास खंड में ही रहना चाहते हैं. ताकि सुविधाएं पहले की तरह आसानी से मिल सकें।





