MP Weather: मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट बदलता दिख रहा है। हालांकि बीते कुछ दिनों से मानसून की रफ्तार धीमी पड़ी है, लेकिन वातावरण में बनी सक्रिय मौसम प्रणालियों के चलते प्रदेश के कई जिलों में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने 6 अगस्त, बुधवार को ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और आंधी की भी संभावना जताई गई है।
ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया जैसे जिलों में बुधवार को तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि यहां स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में आसमान में बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है।
इन वजहों से बारिश की संभावना
इस समय प्रदेश में कई मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून ट्रफ रेखा अमृतसर से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है। इसके अलावा एक ऊपरी हवा का चक्रवात सौराष्ट्र और दूसरा दक्षिण राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। साथ ही, एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश से बिहार की ओर फैल रही है। इन मौसमी कारणों से ही प्रदेश के कई हिस्सों में बादलों की आवाजाही और बारिश बनी हुई है।
मध्य प्रदेश में अब तक कहां कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 4 अगस्त तक मध्य प्रदेश में औसतन 28.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47 प्रतिशत ज्यादा है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 52 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्सों में 46 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, मुरैना, अशोकनगर, छतरपुर, निवाड़ी जैसे जिलों में सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है।
इसी के साथ मौसम विभाग द्वारा जारी INSAT-3R सैटेलाइट की तस्वीरों से पता चला है कि देश के कई हिस्सों में बहुत तेज बारिश लाने वाले बादल बन रहे हैं। इन तस्वीरों में जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी बिहार, गंगा के किनारे वाले पश्चिम बंगाल, पहाड़ी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, मराठवाड़ा, कर्नाटक, कोंकण-गोवा और लक्षद्वीप के इलाकों में बहुत घने बादल दिखाई दे रहे हैं। ऐसे बादलों से तेज बारिश, बिजली गिरने और गरज-चमक होने की संभावना बढ़ गई है।
he attached INSAT-3R Satellite imagery Animation indicates intense to very intense convection over Jammu Kashmir Uttarakhand Himachal Pradesh North west Uttar Pradesh East Bihar Gangetic West Bengal Sub Himalayan west Bengal Odisha Telangana Marathwada Karnataka Konkan Goa and… pic.twitter.com/95vyc3hl4j
— India Meteorological Department (@Indiametdept) August 6, 2025
इसके साथ ही उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और केरल में बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर पंजाब और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश हो सकती है।
Rainfall (mm) during 0830 hrs IST to 0530 hrs IST of today, the August 6, 2025, the Very heavy rainfall over Uttarakhand, northwest Uttar Pradesh, Kerala and heavy rainfall over Jammu & Kashmir, Himachal Pradesh, North Punjab, north interior Karnataka.
Uttrakhand… pic.twitter.com/m7SYE79swh
— India Meteorological Department (@Indiametdept) August 6, 2025
मध्य प्रदेश में अब तक कहां कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से 4 अगस्त तक मध्य प्रदेश में औसतन 28.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 47 प्रतिशत ज्यादा है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 52 प्रतिशत और पश्चिमी हिस्सों में 46 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, मुरैना, अशोकनगर, छतरपुर, निवाड़ी जैसे जिलों में सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है।
सीएम यादव ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने की बात कही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक प्रभावित परिवार का सर्वे कराया जाए और उन्हें नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा सहायता दी जाए। यह मदद सीधे डीबीटी के माध्यम से लोगों के खातों में भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को भी पूरी सतर्कता बरतने और जनता के साथ खड़े रहने के निर्देश दिए हैं।
गुना में हुई अतिवर्षा के कारण रिकॉर्ड तो बना, लेकिन यह बारिश चुनौती भी लेकर आई।
हमारी सरकार बाढ़ पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है। जिले में हुई जनहानि के साथ पशुहानि और फसल का सर्वे कराकर पूरे नुकसान की भरपाई सरकार करेगी : CM@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh pic.twitter.com/YvpwoAVYl8
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 4, 2025
आमजन से अपील
राज्य सरकार और मौसम विभाग दोनों अलर्ट पर हैं। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे खराब मौसम में सतर्क रहें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और बिजली की तारों, पेड़ों या पुराने निर्माणों से दूरी बनाए रखें।
ख़बर एक नज़र में
- मध्य प्रदेश में 6 अगस्त को फिर बदला मौसम का मिजाज
- ग्वालियर-चंबल संभाग में भारी बारिश का अलर्ट
- ग्वालियर, दतिया, भिंड और मुरैना सबसे अधिक प्रभावित
- भोपाल, इंदौर, जबलपुर में हल्की बारिश और बादल छाए रहेंगे
- मानसून ट्रफ और चक्रवातीय परिसंचरण अभी भी सक्रिय
- प्रदेश में अब तक सामान्य से 47% ज्यादा बारिश
- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, मुरैना जैसे जिलों में लक्ष्य से अधिक वर्षा
- भोपाल, इंदौर, उज्जैन में बारिश अब भी कम
- मुख्यमंत्री ने नुकसान की भरपाई का भरोसा दिया
- राहत राशि डीबीटी के ज़रिए सीधे खातों में जाएगी
- प्रशासन को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए





