कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु के कॉरपोरेट क्षेत्र को आश्वासन दिया है कि शहर में सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए प्रतिदिन 1,000 गड्ढे भरे जा रहे हैं। भारी बारिश के बावजूद यह काम जारी है। उन्होंने कहा कि पांच निगमों में से प्रत्येक में रोजाना 200 गड्ढे भरे जा रहे हैं, जिससे कुल मिलाकर 1 हजार गड्ढों का काम हर दिन पूरा हो रहा है।
शिवकुमार का यह बयान उस विवाद के बाद आया है, जिसमें लॉजिस्टिक्स टेक्नोलॉजी फर्म ब्लैकबक के सहसंस्थापक ने खराब सड़कों के कारण बेलंदूर कार्यालय खाली करने की घोषणा की थी। ब्लैकबक के सीईओ राजेश याबाजी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बाहरी रिंग रोड की स्थिति खराब है, गड्ढों और धूल से भरी सड़कों को ठीक करने की कोई गंभीर कोशिश नहीं दिख रही।
नागरिक समस्याओं से निपटने की क्षमता
इस घोषणा ने कर्नाटक सरकार की नागरिक समस्याओं से निपटने की क्षमता पर बहस छेड़ दी। केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सरकार पर अक्षमता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बेंगलुरु को गड्ढों का शहर करार दिया। जवाब में, शिवकुमार ने कहा कि यदि पिछली बीजेपी सरकार ने सड़कों का रखरखाव किया होता, तो स्थिति इतनी खराब नहीं होती।
समस्या केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गड्ढों की समस्या केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं है। उन्होंने दिल्ली की सड़कों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी, प्रधानमंत्री आवास की ओर जाने वाली सड़कों सहित, गड्ढे मौजूद हैं। शिवकुमार ने जोर देकर कहा कि कर्नाटक की समस्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है और सरकार बेंगलुरु की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह से काम कर रही है।





