हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के चार नामी सितारों को समन भेजा है। इन पर आरोप है कि इन्होंने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़ी एप्स का प्रमोशन किया था। जिन कलाकारों को समन भेजा गया है, उनमें राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और लक्ष्मी मंचू शामिल हैं।
PMLA के तहत होगी कार्रवाई
ईडी ने साफ किया है कि पूछताछ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की जाएगी। इस केस की शुरुआत पांच राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर हुई है, जिसमें कहा गया है कि इन अभिनेताओं ने जिन ऐप्स का प्रमोशन किया, वे अवैध तरीके से करोड़ों रुपये जुटा रहे थे। इन ऐप्स पर सट्टेबाजी और जुए के जरिए भारी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी का कहना है कि वे यह जानना चाहते हैं कि इन सितारों ने किन शर्तों पर ऐप्स को प्रमोट किया और क्या वे ऐप की गैरकानूनी प्रकृति से अवगत थे।
तेलंगाना पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा
मार्च 2025 में तेलंगाना पुलिस ने इस मामले में अहम कदम उठाते हुए 25 फिल्मी हस्तियों और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इन पर सोशल मीडिया पर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार का आरोप था। इनमें से कई हस्तियों को विज्ञापन शुल्क के रूप में मोटी रकम मिलने की बात भी सामने आई है। इस पूरे मामले की शुरुआत फणिंद्र शर्मा नामक एक व्यवसायी की शिकायत से हुई, जिसे हैदराबाद के मियापुर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। उन्होंने इन ऐप्स के प्रचार को “कानून का उल्लंघन और समाज में खतरनाक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाला” बताया था। शर्मा की शिकायत के अनुसार, इन ऐप्स ने युवाओं को जुए और सट्टेबाजी की ओर धकेला, जिससे सामाजिक और आर्थिक स्तर पर गंभीर असर पड़ा।
फिल्मी सितारों की सफाई
सूत्रों की मानें तो कुछ अभिनेताओं ने पहले ही स्पष्ट किया है कि वे इन ऐप्स की वास्तविक गतिविधियों से अनजान थे। उनका दावा है कि उन्होंने केवल एक प्रमोशनल अनुबंध के तहत प्रचार किया था और उन्हें किसी प्रकार की अवैध गतिविधियों की जानकारी नहीं थी। हालांकि, ईडी अब जांच के ज़रिए यह स्पष्ट करना चाहती है कि इन ऐप्स को प्रमोट करने वाले कलाकारों की जानकारी और भूमिका कितनी थी। यह मामला फिल्म इंडस्ट्री और सोशल मीडिया प्रचार के क्षेत्र में जवाबदेही और नैतिकता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। एक तरफ जहां सितारे अपनी लोकप्रियता के ज़रिए करोड़ों लोगों तक संदेश पहुंचाते हैं, वहीं इस घटना ने दिखाया कि अगर प्रचार की दिशा गलत हो, तो उसका गंभीर कानूनी और सामाजिक असर हो सकता है। अब देखना होगा कि ईडी की पूछताछ में क्या निकलकर आता है और क्या इन सितारों की भूमिका सीमित थी या उन्हें भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।





