राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संबोधन में स्वदेशी खरीदें और व्यवसाय करने में सुगमता पर जोर दिया। उन्होंने स्वदेशी आंदोलन और महात्मा गांधी के खादी आंदोलन से प्रेरणा लेते हुए मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के परिश्रम और कौशल से बने उत्पादों को अपनाने से देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता मजबूत होगी।
राष्ट्रपति ने 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह दिन 1905 में शुरू हुए स्वदेशी आंदोलन की याद दिलाता है। उन्होंने नागरिकों से भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देने का संकल्प लेने का आग्रह किया। इसके साथ ही, उन्होंने व्यवसाय करने की सुगमता को आम जनता के जीवन को बेहतर बनाने के लिए उतना ही महत्वपूर्ण बताया, जितना कि जीवनयापन की सुगमता।
ऑपरेशन सिंदूर को आत्मनिर्भर भारत मिशन
राष्ट्रपति ने ऑपरेशन सिंदूर को आत्मनिर्भर भारत मिशन का एक सफल उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है और यह देश की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने इसे आतंकवाद के खिलाफ मानवता की लड़ाई में एक ऐतिहासिक कदम करार दिया।
‘जवाबी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे‘
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की नीति स्पष्ट है – हम आक्रामक नहीं होंगे, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे। इस संबोधन में उन्होंने भारत के आत्मविश्वास और विकसित भारत की ओर बढ़ते कदमों की गति को रेखांकित किया, जिसे वैश्विक स्तर पर भी सराहा जा रहा है।





