पूर्वी भारत के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जिसके असर से 2-6 जुलाई के दौरान पुनः मानसून सक्रिय होने व भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। आज सोमवार को एक दर्जन जिलों में बारिश, मेघगर्जन और बिजली चमकने गिरने का अलर्ट जारी किया गया है।
आज भरतपुर, धौलपुर जिलों और आसपास के क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, आकाशीय बिजली और कहीं-कहीं पर तेज़ हवा (20-30 kmph) की संभावना है। पिछले 24 घंटों में चूरू में 85.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि जून माह में अब तक दर्ज की गई एक दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड है। इससे पूर्व जून माह में 24 जून 1988 को 81.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
1-2 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में आएगी तेजी
आज उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी एवं आसपास के लगने वाले पश्चिम बंगाल क्षेत्र के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure area) बना हुआ है इसके आगामी दो दिनों के दौरान धीरे-धीरे झारखंड की और आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। उपरोक्त तंत्र के असर से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में 1 जुलाई से बढ़ोतरी होने व मानसून के आगामी एक सप्ताह सक्रिय रहने की प्रबल संभावना है।पश्चिमी राजस्थान के कुछ भागों में भी बारिश की गतिविधियों में 2 जुलाई से बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है।
इन संभागों में भारी बारिश का अलर्ट
जयपुर मौसम केन्द्र के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में दो-तीन दिन मेघगर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है। 2-6 जुलाई के दौरान पुनः मानसून सक्रिय होने व भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा व उदयपुर संभाग में 2-6 जुलाई को कहीं-कहीं भारी बारिश व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है।
पूर्वी भारत के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र। राज्य में आगामी सप्ताह मानसून सक्रिय रहने की प्रबल संभावना।
राजस्थान मौसम अपडेट : 30 जून pic.twitter.com/1xNYOOpSBv— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) June 30, 2025
— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) June 30, 2025





