शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। संगठन ने इस हमले को एक गंभीर और निंदनीय कृत्य करार देते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान किया है। एससीओ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड अस्वीकार्य हैं।
सुरक्षा स्थिति पर गंभीर सवाल
यह हमला पहलगाम में हुआ, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और इसने क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। एससीओ ने अपने बयान में कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है और इसके खिलाफ सभी देशों को मिलकर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। संगठन ने इस घटना में प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारत सरकार के साथ अपनी एकजुटता दोहराई।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की वकालत की है। उनके इस बयान को एससीओ जैसे संगठनों का समर्थन मिलना आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहमति को दर्शाता है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के विभिन्न रूपों से निपटने के लिए ठोस रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।





