रतलाम में 8 लेन एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा बारिश के कारण धंस गया है। यह घटना धामनोद से पंचेड़ जाने वाले मार्ग के बीच 8 लेन ब्रिज के पास हुई। अधिकारियों के अनुसार, धंसा हुआ हिस्सा रोड का नहीं है, बल्कि गेबियन वॉल का है। इस घटना से मार्ग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
दिल्ली से मुंबई तक 1350 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे लगभग एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में इस एक्सप्रेस-वे का 245 किलोमीटर लंबा हिस्सा मंदसौर, रतलाम और झाबुआ से होकर गुजरता है, जिसमें 11 हजार 183 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। हाल की बारिश ने निर्माण कार्य की चुनौतियों को उजागर किया है।
8 लेन के अधिकारियों ने बताया कि मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए गेबियन वॉल बनाई जाती है, जिसका एक हिस्सा धंस गया है। इस हिस्से को सुधारने के लिए अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया है। सभी पत्थरों और मिट्टी को निकालकर नए सिरे से वॉल को बनाया जा रहा है।
क्या है गेबियन वॉल?
गेबियन वॉल एक संरचना है, जिसमें बड़े-बड़े पत्थरों को लोहे के तार से बांधकर बनाया जाता है। यह मिट्टी के कटाव को रोकने में मदद करती है। एनएचआई के प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप पाटीदार ने बताया कि अत्यधिक बारिश के कारण गेबियन वॉल का एक हिस्सा डेमेज हुआ है। इसके रिपेयर के लिए पूरी वॉल को खोलना पड़ता है।
क्या है सुधार की प्रक्रिया?
सुधार के दौरान, वॉल के सभी पत्थरों को हटाकर फिर से जमाया जाता है। इस समय सुधार का काम चल रहा है और मेन एक्सप्रेस-वे पर कोई डैमेज नहीं है। ट्रैफिक सामान्य रूप से चालू है। अधिकारियों ने बताया कि जो वीडियो सामने आया है, वह वॉल के काम के दौरान का है।





