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Fri, Dec 19, 2025

Kuber Dev के अनुसार इंसान की ये 3 आदत बना देता है उन्हें कंगाल, जानें यहां

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
Kuber Dev के अनुसार इंसान की ये 3 आदत बना देता है उन्हें कंगाल, जानें यहां

Kuber Dev : कुबेर देव हिन्दू धर्म में धन के देवता माने जाते हैं। वे आयुर्वेद, वित्त, धन और समृद्धि के देवता हैं। उन्हें बाहुबलि, धनपति, यक्षराज एवं मनिभद्र भी कहा जाता है। इसके अलावा, उन्हें 8 लोकपालों में से एक माना जाता है, जिन्होंने अपनी तपस्या और भक्ति से भगवान शिव की कृपा प्राप्त की थी। इसके साथ ही वह स्वर्गलोक के प्रधान और धन के रक्षक भी हैं। इनकी पूजा-अर्चना करने से इंसान के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती। अक्सर लोग जरूरत पड़ने पर दूसरों से कर्ज के रूप में धन ले लेते हैं, लेकिन कई बार वह अपनी आदतों से मजबूर होकर उन्हें वापस नहीं लौटते। ऐसे में कुबेर देव सहित माता लक्ष्मी उनसे नाराज होकर चली जाती है।

ऐसे व्यक्ति अपनी आदतों के कारण कंगाल हो जाता है। तो चलिए आज हम आपको ऐसी आदतों से रूबरू करवाते हैं, जिनकी आदि अगर आप भी हैं, तो फौरन इस आदत को त्याग देंं।

जानें इंसान की वो आदत यहां

  • अगर किसी से पैसा उधार लिया जाए तो उसे समय रहते वापस कर देना चाहिए। अन्यथा, यह आदत आपके घर की बरकत को समाप्त कर सकती है। ऐसी स्थिति में माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती है और भगवान कुबेर ऐसे इंसान के घर से चले जाते हैं, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।
  • कई बार लोग उधार तो लेते हैं, लेकिन अपने आलस के कारण वह दूसरों के पैसे लौटाते नहीं हैं। जिस कारण कुबेर देव उनसे नाराज हो जाते हैं क्योंकि ऐसे लोगों को कोई भी देवी-देवता पसंद नहीं करते। उनका आलस उनके कंगाली का कारण बन सकता है। इसलिए अगर आप भी ऐसी आदत के आदि हैं, तो फौरन इसे त्याग दें।
  • कई बार लोग पैसे उधार ले लेते हैं और उन्हें वापस लौटने की बजाय हुआ दिन प्रतिदिन टालते रहते हैं। ऐसे में सामने वाले इंसान को आप पर से भरोसा उठ जाता है। ऐसी स्थिति में भगवान कुबेर देवी आपसे नाराज हो जाते हैं, इसलिए कोशिश करें कि वादे के मुताबिक समय रहते कर्ज के रूप में लिए गए धन को वापस कर दें। इससे रिश्ते बरकरार रहेंगे, साथ ही विश्वास भी कायम रहेगा।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)