Ashadha Purnima 2024: हर महीने पूर्णिमा का व्रत रखा जाता है। हिन्दू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व होता है। यह दिन भगवान विष्णु, माँ लक्ष्मी और चंद्रदेव को समर्पित होता है। आषाढ़ महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को “गुरु पूर्णिमा” और “वेद पूर्णिमा” के नाम से जाना जाता है। इस बार 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। 20 जुलाई को स्नान-दान है। गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ उपायों को करना बेहद ही शुभ माना जाता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। धन-समृद्धि में योग बनते हैं। विवाह में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं। आइए एक नजर इन उपायों पर डालें-
चंद्रमा को दें अर्घ्य
पूर्णिमा के दिन चंद्रमा 16 कलाओं से पूर्ण होता है। इस दिन चंद्रदेव की अर्घ्य देने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। मानसिक तनाव दूर होत्या है। कुंडली से चंद्र दोष भी खत्म होता है। गुरु पूर्णिमा की रात चंद्रदेव कलों कच्चे दूध, सफेद फूल और जल का अर्घ्य दें। बीज मंत्र का जाप भी करें। इस दिन सफेद चीजों (चीनी, चावल, वस्त्र, मोती इत्यादि) का दान करने भी चंद्रदेव प्रसन्न होते हैं।
माँ लक्ष्मी को अर्पित करें ये चीजें
धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करें। इस दौरान पीली कौड़ियाँ, कमलकट्टा, लाल गुलाब, कमल के फूल चढ़ाएं। साथ ही मखाने की खीर और सफेद मिठाई का भोग लगाएं। श्रीसूत्क और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
पीले धागे से करें ये टोटका
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन एक पीले रंग के धागे में 108 गांठ लगाकर तुलसी के गमले से बांध दें। ऐसा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। सफलता के योग बनते हैं।
विवाह के लिए आजमाएं ये खास उपाय
तुलसी के पौधे पर लाल कलावा बाँधें। साथ ही लाल रणहग की चुनरी अर्पित करें। संध्याकाल में घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से ना सिर्फ विवाह के योग बनते हैं बल्कि धन-समृद्धि भी बढ़ती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)





