Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य भारत के महान राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ थे। जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। उनका जन्म करीब 400 ईसा पूर्व माना जाता है। हम सभी बचपन से ही चाणक्य का नाम सुनते आ रहे हैं। उनके द्वारा की गई रचना को लोग आज भी सफलता पाने के लिए अपनाते हैं। बता दें कि जब चाणक्य ने देखा कि धनानंद, नंद वंश का शासक भ्रष्ट और अत्याचारी है, तब उन्होंने उसे सत्ता से हटाने का संकल्प लिया। जिसके बाद उन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य को शिक्षित और प्रशिक्षित किया और मिलकर नंद वंश को समाप्त किया। दरअसल, वे मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के प्रमुख सलाहकार और गुरु थे। इसके अलावा, चाणक्य ने अपने अनुभवों के आधार पर चाणक्य नीति की रचना की जोकि एक प्रसिद्ध रचना है। जिसमें चाणक्य ने नैतिकता, राजनीति और मानव व्यवहार पर अपने सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं। इसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर व्यवहारिक सलाह दी गई है, जो आज भी लोगों और बड़ें-बड़ें राजनेताओं द्वारा अपनाई जाती है। उनकी नीतियाँ और विचारधारा ने भारतीय इतिहास और संस्कृति पर गहरा प्रभाव डाला है। तो चलिए आज के आर्टिकल में दांपत्य जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें बताएंगे, जिसका दोनों ही साथी को बराबर ध्यान रखना है। अन्यथा, आगे चलकर यह आप दोनों के रिश्ते में जहर घोल सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से यहां…

जहर घोलती है ये 3 बातें
सम्मान: चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी के बीच संवेदना होना बेहद आवश्यक है। दोनों को एक दूसरे की भावनाओं, विचारों और आवश्यकताओं को समझना और उनका सम्मान करना चाहिए। बता दें कि एक सुखी और सफल वैवाहिक जीवन के लिए संवेदना, आदर और अहंकार का त्याग आवश्यक है। वहीं, अहंकार दांपत्य जीवन के लिए एक बड़ा खतरा है। अहंकार व्यक्ति को स्वार्थी और जिद्दी बनाता है, जिससे आपसी मतभेद बढ़ता है। जब पति-पत्नी एक दूसरे को समझने और सम्मान करने के बजाय अपने अहंकार को प्राथमिकता देते हैं, तो उनका रिश्ता कमजोर हो जाता है।
विश्वास: आचार्य चाणक्य के अनुसार, दांपत्य जीवन को सुखद और सफल बनाने के लिए विश्वास और ईमानदारी होना बेहद जरूरी है। उनके अनुसार, पति-पत्नी के बीच विश्वास की बुनियाद पर ही एक मजबूत और स्थायी रिश्ता बनता है। चाणक्य ने कहा है कि पति-पत्नी को एक दूसरे के साथ हमेशा ईमानदार रहना चाहिए। झूठ और धोखा रिश्ते को कमजोर कर देते हैं। इसलिए पार्टनर से हर स्थिति में सच बोलना चाहिए, चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो। एक बार विश्वास टूट जाने पर उसे वापस पाना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए कभी भी झूठ ना बोलें।
भरोसा: पति-पत्नी के रिश्ते में आदर और सम्मान का बहुत महत्वपूर्ण है। सुखद और सफल दांपत्य जीवन के लिए आदर और सम्मान आवश्यक हैं। जब पति-पत्नी एक दूसरे का आदर करते हैं, तो वे एक दूसरे के विचारों, भावनाओं और इच्छाओं का सम्मान करते हैं, जिससे आपसी समझ बढ़ती है। यह न केवल रिश्ते को मजबूत और स्थायी बनाता है, बल्कि आपसी प्रेम और समझ को भी बढ़ाता है। पति-पत्नी को एक दूसरे का आदर और सम्मान करते हुए अपने रिश्ते को स्वस्थ और खुशहाल भी बनता है क्योंकि भरोसे के बिना कोई भी रिश्ता लंबे समय तक टिक नहीं सकता।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





