Tue, Dec 30, 2025

Chanakya Niti: धन का घमंड करने वालों को होता है नुकसान, जानें क्या कहते हैं आचार्य चाणक्य

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
Chanakya Niti: धन का घमंड करने वालों को होता है नुकसान, जानें क्या कहते हैं आचार्य चाणक्य

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य का नाम हम सभी बचपन से ही सुनते आ रहे हैं। बड़े बुजुर्गों द्वारा यह कहा जाता है किं उनकी नीति अपनाने वाला हर व्यक्ति जीवन में आदर्श और सफल इंसान बनता है। दरअसल, वह भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाते हैं। जिनका जन्म लगभग 400 ईसा पर्व माना गया है। लोग उन्हें कौटिल्य और विष्णु गुप्त के नाम से भी जानते हैं। वह मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के विश्वासी सलाहकार और मंत्री थे। अपने जीवन में उन्होंने कई नीतियों की रचना की। जिनमें चाणक्य नीति, कूटनीति, नीति शास्त्र, आदि शामिल हैं। जिन्हें अपनाने वाला हर व्यक्ति सफलता प्राप्त करता है। उन्हें जीवन का दर्पण भी माना जाता है। वहीं, चाणक्य ने अपनी नीति में यह बताया है कि जिन लोगों को पैसों का घमंड होने लगता है, उन्हें भविष्य में बहुत सारे नुकसान होते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको उन नुकसानों के बारे में विस्तार से बताएंगे…

पढ़ें चाणक्य की नीति

  • यह मनुष्य की प्रवृत्ति होती है कि जब उसके पास थोड़ा धन आने लगता है, तो उसका अहंकार बढ़ जाता है। चाणक्य नीति में ऐसा करने वालों के लिए बहुत से नुकसानों के बारे में बताया गया है। दरअसल, ऐसे इंसान के पास आया हुआ धन अधिक समय तक नहीं टिकता। उनके पास पैसे जरूर आते हैं, लेकिन अहंकार के कारण वह इसे अधिक समय तक संजो कर नहीं रख पाता। ऐसे इंसान जल्द ही अमीर से फकीर भी बन सकते हैं।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, जो व्यक्ति बेफिजूल खर्ची करता है वैसे इंसान के पास अधिक समय तक पैसा नहीं टिकता या फिर जिस इंसान को धन की अहमियत नहीं मालूम जो बिना मेहनत किए पैसे कमाता हो उसके पास भी अधिक समय तक पैसे नहीं ठहरते।
  • चाणक्य नीति के अनुसार, जिस व्यक्ति को पैसों का घमंड हो जाता है। वह हमेशा ही आर्थिक तंगी से जूझता रहता है, क्योंकि उसे पैसों का मूल्य नहीं पता होता। जिस कारण माता लक्ष्मी उससे नाराज होकर वहां ज्यादा देर नहीं रुकती। इसलिए कभी भी इंसान को धन का घमंड नहीं करना चाहिए। अन्यथा, इसका आपको बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
  • अक्सर जिस व्यक्ति को अहंकार हो जाता है, उसे सही और गलत की पहचान नहीं रहती। वह दोनों के बीच के अंतर को भूल जाता है। पैसों की लालच में वह इतना अंधा हो चुका होता है कि उसे गलत काम भी सही लगने लगता है। चाणक्य नीति के अनुसार, ऐसे परिस्थिति में वह अपनी सारी धन-संपत्ति खो बैठता है।
  • जिस व्यक्ति के पास अधिक पैसा आने लगता है, वह व्यक्ति अक्सर ही स्वभाव से घमंडी हो जाता है। ऐसे में वह हमेशा ही पैसों की तंगी से परेशान रहने लगता है। इस कारण चाणक्य नीति में यह सलाह दी गई है कि पैसों को लेकर कभी भी इंसान को अहंकार नहीं दिखना चाहिए, क्योंकि समय बदलते देर नहीं लगता आज वह आपके साथ है तो कल वह बदल भी सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)