Fri, Dec 26, 2025

Hastrekha Shastra: भविष्य बताती हैं हाथ की ये 4 रेखाएं, जानिए किस बात की ओर करती हैं इशारा

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
Hastrekha Shastra: भविष्य बताती हैं हाथ की ये 4 रेखाएं, जानिए किस बात की ओर करती हैं इशारा

Hastrekha Shastra : हस्तरेखा शास्त्र प्राचीन ज्योतिष और विज्ञान से जुड़ी हुई एक प्रथा है। जिसके अनुसार, व्यक्ति के हाथों के रेखाओं में छिपे हुए जीवन के विभिन्न पहलुओं का पता चलता है। हस्तरेखा विज्ञान में व्यक्ति के हाथ के विभिन्न हिस्सों की रेखाओं के पैटर्न का अध्ययन किया जाता है जैसे कि हथेली, उंगलियाँ और नाखूनों की रेखाएं। यह किसी के व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के कई पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य, विवाह, करियर, धन, परिवार, शिक्षा, आदि। तो चलिए उसी के जरिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि आपके आने वाले भविष्य के लिए ये रेखाएं क्या कहती हैं…

पहली लाइन

हस्तरेखा शास्त्र में कलाई की पहली रेखा को “ब्रेसलेट लाइन” कहा जाता है। इस रेखा को व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में भाविष्यवाणी की जा सकती है। इसमें यह विशिष्ट संकेत दिया जाता है कि ब्रेसलेट लाइन यदि खुली और अच्छे स्वास्थ्य वाली हो तो व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना होती है और वह लंबा जीवन जी सकता है। यदि ब्रेसलेट लाइन में टूटाव होता है, तो इसे कुछ हस्तरेखा विशेषज्ञ व्यक्ति के जीवन में संकट और समस्याओं का संकेत मानते हैं। जिसके तहत, उसके जीवन में कई सारी समस्याएं आ सकती हैं।

दूसरी लाइन

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, कलाई की दूसरी रेखा को “हैपीनेस लाइन” कहा जाता है। जिसके तहत, व्यक्ति के जीवन में धन, सुख-शांति और समृद्धि आती है लेकिन यदि हैपीनेस लाइन हल्की या बारीक हो, तो इसे व्यक्ति के धन संबंधी समस्याओं की संभावना के साथ जोड़कर देखा जाता है जो कि यह संकेत देता है कि आने वाले समय में उसको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

तीसरी लाइन

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, कलाई की तीसरी रेखा को “दीथ लाइन” या “अपोलो लाइन” भी कहा जाता है। यह व्यक्ति के 50-60 साल के बाद के जीवनकाल को दर्शाती है। बता दें कि कलाई की तीसरी रेखा की मजबूती का अर्थ है व्यक्ति को बुढ़ापे में धन और स्वास्थ्य में लाभ मिलेगा लेकिन अगर दीथ लाइन में कमजोरी या टूटाव हो, तो यह व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौतियों का सामना करने की संभावना का संकेत होता है।

चौथी लाइन

हस्तरेखा शास्त्र में कलाई की चौथी रेखा को “आर्टिस्ट लाइन” या “मर्शल आर्ट्स लाइन” भी कहा जाता है। दरअसल, कलाई की चौथी रेखा की मजबूती से व्यक्ति रचनात्मकता, कला, संगीत, लेखन आदि के क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और साहित्यिक योग्यता को प्रकट करता है। जिसके कारण वो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहता है। ऐसे लोग जीवन में सामाजिक कार्य में दिलचस्पी रखते हैं। इनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)