Pradosh Vrat 2024 : हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का काफी अधिक महत्व है। बता दें कि यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। यह हर महीने कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है। इस दिन महादेव के भक्त विशेष रूप से भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। वहीं, मार्च महीने में आने वाला प्रदोष व्रत ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार काफी खास माना जा रहा है। इस दिन विधिविधान पूर्वक पूजा-अर्चना करने से जातकों के जीवन में ऐश्वर्या, धन और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
दरअसल, इस बार महाशिवरात्रि के दिन ही मार्च महीने का पहला शुक्र प्रदोष व्रत पड़ने वाला है। शास्त्रों के अनुसार, यह दिन काफी शुभ है। जानिए किस मुहूर्त पर पूजा करने होगा लाभदायक…
जानें शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 8 मार्च 2024 को प्रात: 01:19 शुक्रवार को शुरू होगी और उसी दिन रात 09:57 मिनट पर समाप्त होगी।
- पूजा का मुहूर्त शाम 06:25 से रात 08:52 तक है।
ऐसे करें पूजा
- इस दिन सुबह उठकर सबसे पहले स्नान करें।
- जहां पूजा करनी है उस जगह को साफ-सुथरा और पवित्र बनाएं।
- शिवलिंग के लिए एक साफ कपड़ा बिछा दें।
- व्रत की शुरुआत में गणेश और कार्तिकेय की पूजा करें।
- जिसके बाद शिवलिंग को जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
- इसके बाद रोली, चांदनी, अक्षता, बिल्व पत्र, धातूरा, दूध, दही, घी, चावल, मिठाई, फल, फूल, नारियल, धूप, दीप, अगरबत्ती से पूजा करें।
- फिर “ॐ नमः शिवाय” और अन्य शिव मंत्रों का जाप करें।
- पूजा के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की कथाओं का पाठ करें।
करें ये उपाय
- भगवान का जलाभिषेक शहद और तिल का तेल मिलाकर करने से बाबा भोलेनाथ की कृपा बरसती है।
- पूजा में पत्र, धतूरा, दूध, दही, घी, चावल, मिठाई, फल, फूल, नारियल, धूप, दीप, अगरबत्ती को शामिल करें।
- आप घी, शक्कर और गेंहू के आटे से बना भोग चढ़ाएं। इससे भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
- इस दिन राम भक्त हनुमान की भी पूजा करनी चाहिए, जिससे धन लाभ के योग बनते हैं। साथ ही आपकी सारी समस्या खत्म हो जाती है।
इन मंत्रो का करें जाप
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





