भारत और इंग्लैंड के बीच इस समय पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेली जा रही है। यह सीरीज़ अब रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। दरअसल, पहले मैच में इंग्लैंड से मिली करारी हार के बाद भारतीय टीम ने शानदार वापसी की और दूसरे मैच में इंग्लैंड को धूल चटा दी। अब दोनों टीमों के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। यह टेस्ट मैच बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन इस टेस्ट मैच में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, मैच के दूसरे दिन ड्यूक गेंद पर जमकर बहस छिड़ गई। इस दौरान मैदान पर शुभमन गिल और अंपायर को भी बहस करते हुए देखा गया। बार-बार गेंद को बदला गया और यह ड्रामा लगातार चलता रहा।
दरअसल, दूसरे दिन भारत ने पहले ही सत्र में इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को ध्वस्त कर दिया। भारत के गेंदबाज़ों ने पहले सत्र में इंग्लैंड के तीन विकेट चटका दिए और मैच को अपनी ओर मोड़ लिया। वहीं, 91वें ओवर में अंपायर ने गेंद को गैस रिंग में डालकर चेक किया। गेंद में दिक्कत पाई जाने के बाद अंपायर ने इसे बदलने का निर्णय लिया।
जानिए आखिर क्या है ये पूरा विवाद?
वहीं, इंग्लैंड की पारी के 94वें ओवर के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल और अंपायर बीच मैदान में बहस करते हुए दिखाई दिए। दरअसल, शुभमन गिल का मानना था कि गेंद सिर्फ 11 ओवर ही पुरानी थी और अंपायर ने इसे बदल दिया, लेकिन बदले में अंपायर ने जो गेंद दी वह अधिक पुरानी थी। जबकि नियमों के अनुसार, किसी गेंद को बदलने पर उसकी जगह उतनी ही पुरानी गेंद दी जानी चाहिए। इस बात से शुभमन गिल बेहद निराश नज़र आए। दरअसल, गेंद बदलने का निर्णय अंपायर द्वारा लिया गया था, यह निर्णय भारतीय टीम द्वारा नहीं लिया गया था।
इस बात से नाराज थे भारतीय कप्तान
जानकारी के मुताबिक, शुभमन गिल इस बात से नाराज़ थे कि जो गेंद उन्हें दी गई वह ज्यादा नरम थी। 99वें ओवर में गिल ने गेंद को एक बार फिर बदलने की मांग की। हालांकि, लगभग आठ ओवर बाद अंपायर द्वारा फिर से गेंद को बदला गया। बता दें कि 91 से 99 ओवर के बीच भारत को कोई भी विकेट नहीं मिला। यह पूरा ड्रामा मैदान पर चलता रहा और दर्शक भी इसे देखते रहे। भारत की पहली पारी में भी ऐसा मामला देखने को मिला था। भारत ने अपनी पहली पारी में 80 ओवर के बाद नई गेंद लेने का निर्णय लिया था, जबकि दूसरे दिन मात्र 10.3 ओवर में ही इसे बदलना पड़ा।
इंग्लैंड के इस दिग्गज ने जताई नाराजगी
वहीं, अब इस मामले को लेकर इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल, उनका कहना है कि रिप्लेसमेंट गेंद 18 से 20 ओवर पुरानी लग रही थी। इसे लेकर स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि गेंद हमेशा एक शानदार विकेटकीपर जैसी होनी चाहिए। हमें आजकल गेंदों के बारे में बहुत ज़्यादा बात करनी पड़ रही है क्योंकि यह क्रिकेट में एक समस्या बनती जा रही है। हर पारी में लगभग इसे बदला जा रहा है, जो अब स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। ड्यूक गेंद में हमेशा से समस्या देखी गई है लगभग पांच साल से ज़्यादा हो गए हैं। अब इसे ठीक करने की ज़रूरत है। कम से कम एक गेंद 80 ओवर तक चलनी चाहिए, न कि 10 ओवर तक। बता दें कि स्टुअर्ट ब्रॉड हमेशा से ही ड्यूक बॉल के खिलाफ रहे हैं।





