मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां आकाशकोट क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने भीषण गर्मी और पानी की गंभीर किल्लत से परेशान होकर जिला मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। इससे पूरे इलाके की शांति भंग हो गई। इस दौरान ग्रामीणों ने रैली भी निकाला। साथ ही प्रशासन को पानी की समस्या से अवगत कराया और नर्मदा नदी से पानी लाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
देश में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण पानी की किल्लत से लोग परेशान है। बार-बार प्रशासन को अपनी समस्या बताने के बाद भी इसका कोई समाधान नहीं निकल पा रहा है। इसी कड़ी में ग्रामीणों ने यह कदम उठाया है।
पानी की समस्या से हैं परेशान
मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि हर साल गर्मियों में उन्हें पानी की समस्या से जूझना पड़ता है, लेकिन अब तक सरकार या प्रशासन ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने बताया कि साल 2023 में सरकार ने 163 करोड़ की लागत से आकाशकोट ग्रामीण जल प्रदाय योजना शुरू की थी, लेकिन अब तक इसका 50% कार्य भी पूरा नहीं हो सका है। जिस कारण उन्हें बहुत ही ज्यादा तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की मांग
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीण अमर सिंह ने कहा, “हम पिछले कई वर्षों से केवल आश्वासन ही सुनते आ रहे हैं, लेकिन न तो पानी आया, न ही हमारी परेशानी कम हुई। साथ ही उन्होंने अपनी मांग के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें नर्मदा नदी से स्थायी रूप से पानी उपलब्ध कराया जाए, ताकि उनकी समस्या कम हो सके और वो भी अच्छे से अपना जीवनयापन कर सके।” ग्रामीणों ने निर्माणाधीन जल योजना को “नाकाम प्रोजेक्ट” करार देते हुए इसे बंद करने और नर्मदा नदी से सीधा जल आपूर्ति की मांग दोहराई है।
तहसीलदार ने दी ये जानकारी
वहीं, बांधवगढ़ के तहसीलदार विनोद वर्मा ने बताया कि प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है। साथ ही प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
उमरिया, बृजेश श्रीवास्तव





