Mon, Dec 22, 2025

दिल्ली में Grap-4 के नियमों की उड़ी धज्जियां, ठंड से बचने के लिए जल रहे अलाव, प्रशासन के प्रयास नाकाम

Written by:Diksha Bhanupriy
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दिल्ली प्रदूषण की मार लंबे समय से झेल रही है। ठंड भी कड़ाके की पड़ रही है जिसकी वजह से लोग अलाव जलाने लगे हैं। लोगों के इस उपाय ने प्रशासन की चिंता को बढ़ा दिया है।
दिल्ली में Grap-4 के नियमों की उड़ी धज्जियां, ठंड से बचने के लिए जल रहे अलाव, प्रशासन के प्रयास नाकाम

दिल्ली में दिनों कड़ाके की ठंड देखने को मिल रही है। दूसरी तरफ बढ़ते प्रदूषण के चलते ग्रेप 4 पर लागू किया गया है। लोगों का सांस लेना भी दूभर हो गया है जिसकी वजह से लकड़ी और कोयले से आग जलाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। दूसरी तरफ ठंड ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है।

बढ़ती हुई ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। जमकर ग्रेप 4 का उल्लंघन किया जा रहा है। सड़कों से लेकर गली मोहल्लों में लकड़ी और कोयले से अलाव जलते देखे जा सकते हैं। इन सब की वजह से प्रदूषण और भी खराब स्थिति में जा रहा है।

प्रशासन की कोशिश नाकाम

पिछले 2 साल से जिला प्रशासन यह कोशिश कर रहा है कि सर्दियों में अलाव की जगह हीटर का उपयोग किया जाए। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। हालांकि लोग प्रशासन के इस कदम पर पानी फेरते दिखाई दे रहे हैं। इसका खामियाजा हर व्यक्ति को भुगतना पड़ रहा है। लक्ष्मी नगर से लेकर वेलकम, मुस्तफाबाद, कोंडली, ब्रह्मपुरी, श्री राम कॉलोनी, खजूरी, प्रीत विहार, आनंद विहार, निर्माण विहार, आईपी एक्सटेंशन जैसी जगहों पर लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। प्रशासन द्वारा कई जगह सुरक्षा कर्मियों को हीटर भी बांटे गए हैं ताकि वह पर्यावरण बचाने में प्रशासन का सहयोग करें।

यमुनापार जल रहा कूड़ा

एक तरफ अलाव और दूसरी तरफ यमुना पार कूड़े में लगातार आग लगाने के मामले सामने आ रहे हैं। शास्त्री पार्क कॉलोनी, सभापुर, सोनिया विहार, हर्ष विहार, कोंडली, न्यू अशोक नगर, नंद नगरी, सुंदर नगरी में धड़ल्ले से कूड़े के ढेर में आग लगाई जा रही है। इससे पूरे क्षेत्र में धुआं फैल रहा है और लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। नगर निगम प्रशासन और पुलिस उन लोगों को चलन पहचाने और पकड़ने में पूरी तरह से विफल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़ा जलने पर धुआं उनके घरों में भर जाता है। जहां कूड़ा जल रहा होता है वहां जाने पर कोई नहीं मिलता।