उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पुलिस दूरसंचार विभाग के लिए चयनित 1,494 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इनमें 1,374 सहायक परिचालक और 120 कर्मशाला कर्मचारी शामिल हैं। नियुक्तियां निष्पक्ष और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के ज़रिए की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि यह कदम प्रदेश में 60,244 आरक्षियों की ऐतिहासिक भर्ती के बाद पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि है। अब तक राज्य सरकार 8.50 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां, 3.75 लाख संविदा नियुक्तियां, और मिशन रोजगार के तहत 2 करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित कर चुकी है।
टेक्नोलॉजी आधारित चयन प्रक्रिया
सीएम योगी ने कहा,
“उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता और निष्पक्षता संभव है। चयन पूरी तरह टेक्नोलॉजी और मेरिट आधारित रहा है। किसी उम्मीदवार से पक्षपात नहीं किया गया।”
उत्तर प्रदेश पुलिस दूरसंचार विभाग के लिए चयनित सहायक परिचालकों एवं कर्मशाला कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र वितरण हेतु लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में…@Uppolice https://t.co/DaTR1FPTH9
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 3, 2025
उन्होंने कहा कि यह केवल एक नियुक्ति नहीं है, बल्कि युवाओं के सपनों को साकार करने का अवसर है।
जल्द होंगी 30 हजार और भर्तियां
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि प्रदेश में जल्द ही 30 हजार नई भर्तियों की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा,
“बिना रुके, बिना डिगे, बिना थके काम चल रहा है। पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता बढ़ाई गई है। आवासीय सुविधाएं बेहतर की गई हैं। जहां पुलिस लाइन नहीं थी, वहां बनाई गई है।”
नवचयनितों को ईमानदारी की सीख
मुख्यमंत्री ने नवचयनित कर्मचारियों से कहा,
“आपका चयन पूरी पारदर्शिता से हुआ है। आपसे एक पैसा नहीं लिया गया। सरकार को आपसे उम्मीद है कि आप भी अपने कार्य में पूरी निष्ठा और ईमानदारी बरतेंगे।”
सीएम योगी ने बताया कि 1970-71 से लंबित मांग को पूरा करते हुए सात जिलों में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू कर दी गई है। यह व्यवस्था कानून-व्यवस्था को नई दिशा देने में सहायक रही है।





