MP Breaking News
Fri, Dec 19, 2025

“योगी जी, मेरा एडमिशन करा दीजिए, डॉक्टर बनूंगी” नन्हीं मायरा की गुहार पर रुके CM योगी, अफसरों को दिया तुरंत आदेश

Written by:Saurabh Singh
Published:
Last Updated:
मायरा अपनी मां के साथ कानपुर से जनता दर्शन में पहुंची थी। उसकी मां ने उस स्कूल का नाम बताया, जहां मायरा का एडमिशन करवाना था। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने मायरा को चॉकलेट देकर उसका हौसला बढ़ाया और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के लिए कहा।
“योगी जी, मेरा एडमिशन करा दीजिए, डॉक्टर बनूंगी” नन्हीं मायरा की गुहार पर रुके CM योगी, अफसरों को दिया तुरंत आदेश

लखनऊ में सोमवार को आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर से आए लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान कानपुर की एक नन्हीं बच्ची मायरा ने अपनी मासूमियत से सबका दिल जीत लिया। उसने मुख्यमंत्री से कहा, “योगी जी, मेरा एडमिशन करा दीजिए, मैं बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हूं।” योगी ने तुरंत अधिकारियों को मायरा के स्कूल दाखिले की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जिससे बच्ची और उसकी मां के चेहरे पर खुशी झलक उठी।

मायरा अपनी मां के साथ कानपुर से जनता दर्शन में पहुंची थी। उसकी मां ने उस स्कूल का नाम बताया, जहां मायरा का एडमिशन करवाना था। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने मायरा को चॉकलेट देकर उसका हौसला बढ़ाया और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के लिए कहा। इस छोटी सी मुलाकात ने न केवल मायरा की उम्मीदों को बल दिया, बल्कि यह भी दर्शाया कि योगी हर नागरिक की बात को गंभीरता से लेते हैं।

सभी मुद्दों का जल्द समाधान

जनता दर्शन में 50 से अधिक फरियादी अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक व्यक्ति के पास जाकर उनकी समस्याएं सुनीं, प्रार्थना पत्र लिए और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मुद्दों का जल्द समाधान हो। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि पीड़ितों से फीडबैक लिया जाए। योगी ने फरियादियों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का निराकरण होगा और वे निश्चिंत होकर घर लौट सकते हैं।

त्वरित कार्रवाई का आश्वासन

इस आयोजन में योगी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार का लक्ष्य हर नागरिक की समस्या का समाधान कर एक समृद्ध और खुशहाल उत्तर प्रदेश बनाना है। मायरा जैसे बच्चों की मासूम फरियादों से लेकर गंभीर मुद्दों तक, मुख्यमंत्री ने सभी को ध्यानपूर्वक सुना और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह जनता दर्शन न केवल शिकायतों के समाधान का मंच रहा, बल्कि सरकार और जनता के बीच सीधे संवाद का एक प्रभावी माध्यम भी साबित हुआ।