Sat, Dec 27, 2025

बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार, कहा ‘कमलनाथ ने शुरू की बुलडोज़र संस्कृति, कांग्रेस वर्ग विशेष के नेताओं से डरती है’

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इमरान प्रतापगढ़ी, आरिफ़ मसूद ने ऐसा चमकाया कि डरकर जीतू पटवारी पूरी कांग्रेस को लेकर पहुँच गये आज डीजीपी के पास। छतरपुर की हिंसा के आरोपी कांग्रेस नेता शहज़ाद अली के मकान के टूटने का विरोध करने लग गये। अच्छा होता कि कांग्रेस हिम्मत दिखाकर इस पत्थरबाज़ी की घटना का विरोध करती और शहज़ाद अली को पार्टी से बाहर करती।
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार, कहा ‘कमलनाथ ने शुरू की बुलडोज़र संस्कृति, कांग्रेस वर्ग विशेष के नेताओं से डरती है’

BJP Slams Congress : बीजेपी ने छतरपुर घटना पर कांग्रेस द्वारा किए जा रहे विरोध को तुष्टिकरण की राजनीति बताया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि मध्य प्रदेश में बुलडोज़र संस्कृति की शुरुआत कमलनाथ सरकार ने की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को तो पत्थरबाज़ी की घटना का विरोध कर शहज़ाद अली को पार्टी से बाहर करना था लेकिन वो एक वर्ग विशेष के नेताओं से डरती है और उनका इतना खौफ़ है कि पूरी पार्टी उनके दबाव में काम करती है

बता दें कि छतरपुर में हाजी शहज़ाद के घर पर बुलडोज़र चलाने की कार्रवाई के ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भोपाल में डीजीपी को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, मुकेश नायक, विधायक आतिफ़ अकील सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने पुलिस मुख्यालय पहुँचकर डीजीपी को ज्ञापन दिया। वहीं जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश में हुई ऐसी तमाम घटनाओं के ख़िलाफ़ वो सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग जाएँगे।

नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया

नरेंद्र सलूजा ने कहा कि ‘एक कहावत है..मार-मार के……..बना दिया। वही हालत आज कांग्रेस की देखने को मिली। इमरान प्रतापगढ़ी, आरिफ़ मसूद ने ऐसा चमकाया कि डरकर जीतू पटवारी पूरी कांग्रेस को लेकर पहुँच गये आज डीजीपी के पास। छतरपुर की हिंसा के आरोपी कांग्रेस नेता शहज़ाद अली के मकान के टूटने का विरोध करने लग गये। अच्छा होता कि कांग्रेस हिम्मत दिखाकर इस पत्थरबाज़ी की घटना का विरोध करती, शहज़ाद अली को कांग्रेस से बाहर करती, दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की माँग करती , घायल पुलिस कर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त करती , उनके लिये दो सहानुभूति के शब्द बोलती। उनसे मिलने जाती। लेकिन तुष्टिकरण के कारण कांग्रेस ऐसा कर नहीं सकती है।’

‘अल्पसंख्यक नेताओं से डरती है कांग्रेस’

उन्होंने कहा कि ‘एक वर्ग विशेष के नेताओ का कांग्रेस के नेताओ में इतना ख़ौफ़ है कि वो कहते है कि आप पीसीसी में माँ नवदुर्गा की, गणेश जी की प्रतिमा क्यों बैठाते हो, डरकर कांग्रेस वास्तु दोष की आड़ लेकर पीसीसी में वो ओटला ही तोड़ देती है, जिस पर यह प्रतिमाएँ स्थापित होती थी। वो कहते है कि हमे पीसीसी में ईद पर बकरे की क़ुर्बानी की इजाज़त दो, डरकर ईद वाले दिन दिन भर पीसीसी में ताले लग जाते है, सारे कांग्रेस के नेता दुबक कर भाग जाते है। भाजपा सरकार निर्णय लेती है कि स्कूलों में गुरु पूर्णिमा मनाओ, श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाओ, कांग्रेस उसका भी विरोध करने लग जाती है। तुष्टिकरण के कारण राम मंदिर का विरोध ये करे , सनातन धर्म का विरोध ये करे। बुलडोज़र की बात करने वाली कांग्रेस पहले यह सच्चाई भी जान ले कि प्रदेश में जब कमलनाथ जी की सरकार थी , तब चुन-चुन कर कैसे बुलडोज़र चलते थे।