Sat, Dec 27, 2025

इंदौर को मिलेगी 150 नई ई-बसें: सफर होगा आसान, प्रदूषण में आएगी कमी

Written by:Bhawna Choubey
Published:
इंदौर में सार्वजनिक परिवहन को नई रफ्तार मिलने जा रही है। पीएम ई-बस सेवा के तहत 150 नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू होंगी, जिससे रोज सफर करने वालों को राहत, ट्रैफिक में सुधार और शहर को प्रदूषण से बड़ी राहत मिलने वाली है।
इंदौर को मिलेगी 150 नई ई-बसें: सफर होगा आसान, प्रदूषण में आएगी कमी

इंदौर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में रोज सफर करना लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनता जा रहा था। बसें कम हो गई थीं, कई रूट बंद थे और ट्रैफिक का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। अब शहरवासियों के लिए राहत की खबर है। इंदौर में जल्द ही 150 नई इलेक्ट्रिक सिटी बसें शुरू होने जा रही हैं, जिससे शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाना आसान हो जाएगा।

ये बसें प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत चलाई जाएंगी। नई बसों के आने से न सिर्फ यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि ट्रैफिक और प्रदूषण जैसी बड़ी समस्याओं में भी सुधार देखने को मिलेगा। 2026 की शुरुआत इंदौर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए नई उम्मीद लेकर आ रही है।

इंदौर को मिलेंगी 150 नई इलेक्ट्रिक बसें

इंदौर शहर में प्रधानमंत्री ई-बस सेवा के तहत 150 नई ई-बसें शुरू की जाएंगी। यह फैसला अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड की बैठक में लिया जाएगा, जो 3 जनवरी 2026 को होने वाली है। इस बैठक में नई बसों के संचालन के साथ-साथ बंद पड़ी बसों को दोबारा सड़कों पर उतारने की योजना भी बनाई जा रही है।

नई बसों के आने से शहर की बस सेवा को फिर से मजबूत किया जाएगा। खासकर उन इलाकों में जहां लंबे समय से सिटी बसें बंद थीं, वहां फिर से बसें चलेंगी। इससे स्कूल, कॉलेज, ऑफिस और बाजार जाने वाले लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।

क्यों जरूरी थीं इंदौर में नई सिटी बसें

इंदौर में नई सिटी बसों की मांग लंबे समय से की जा रही थी। कुछ महीने पहले एक निजी बस संचालक ने अपनी करीब 150 बसें बंद कर दी थीं। इसके बाद शहर के कई रूटों पर बस सेवा ठप हो गई और लोगों को ऑटो, बाइक या निजी वाहन पर निर्भर होना पड़ा। इसका सीधा असर ट्रैफिक पर पड़ा। सड़कों पर गाड़ियां बढ़ीं, जाम लगने लगे और समय पर पहुंचना मुश्किल हो गया। ऐसे में शहरवासियों और प्रशासन दोनों की तरफ से यह मांग उठने लगी कि सिटी बस सेवा को फिर से मजबूत किया जाए। अब 150 नई बसों के आने से इस समस्या का समाधान होता नजर आ रहा है।

किन रूटों पर चलेंगी नई ई-बसें

नई इलेक्ट्रिक बसों को इंदौर के अलग-अलग हिस्सों में चलाने की योजना बनाई जा रही है। खास ध्यान उन रूटों पर दिया जाएगा, जहां लंबे समय से सिटी बस सेवा बंद थी और यात्रियों की मांग लगातार बनी हुई थी। इसके अलावा उन इलाकों को भी कवर किया जाएगा, जहां आबादी ज्यादा है लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा कम है। इससे दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को भी आसानी से शहर के मुख्य हिस्सों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

पहले कितनी बसें चलती थीं, अब क्या स्थिति है

एक समय था जब इंदौर में करीब 450 सिटी बसों का संचालन होता था। लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या घटती चली गई। फिलहाल शहर में लगभग 275 बसें ही चल रही हैं, यानी करीब 125 बसें बंद हो चुकी हैं। बीआरटीएस कॉरिडोर की स्थिति भी बदल चुकी है। जहां पहले बीआरटीएस पर करीब 60 बसें चलती थीं, अब सिर्फ 28 बसें ही रह गई हैं। बसों की कमी की वजह से ट्रैफिक का दबाव लगातार बढ़ा है। नई बसों के संचालन से इस दबाव को कम करने की कोशिश की जा रही है।

इलेक्ट्रिक बसों से कम होगा प्रदूषण

150 नई सिटी बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होंगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि शहर में प्रदूषण कम होगा। डीजल और पेट्रोल बसों की तुलना में ई-बसें धुआं नहीं छोड़तीं, जिससे हवा साफ रहती है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के मामले में देशभर में पहचान बना चुका है। अब इलेक्ट्रिक बसों के जरिए शहर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम उठाने जा रहा है।

चार्जिंग स्टेशन भी तेजी से हो रहे तैयार

इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग की अच्छी व्यवस्था जरूरी होती है। इसके लिए इंदौर में तेजी से चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। विजयनगर और रिंग रोड क्षेत्र में बस डिपो बनाए जा रहे हैं, जहां ई-बसों को चार्ज किया जाएगा। पहले चरण में जितनी बसें सड़कों पर उतारी जाएंगी, उनके लिए जरूरी चार्जिंग स्टेशन तेजी से तैयार किए जा रहे हैं। इससे बसों के संचालन में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और यात्रियों को समय पर बस सेवा मिल सकेगी।