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Sun, Dec 21, 2025

अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस: सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों की बात करने का दिन, हेमंत खंडेलवाल ने किया ये आह्वान

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस: सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों की बात करने का दिन, हेमंत खंडेलवाल ने किया ये आह्वान

आज दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस मनाया जा रहा है। हर साल 17 जुलाई को ये दिन न्याय को बढ़ावा देने और पीड़ितों के अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसका मकसद है गंभीर अपराधों जैसे नरसंहार, युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध करने वालों को सजा मिले।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने इस दिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि ‘लोकतंत्र की रक्षा के लिए न्याय के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाना ही अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस का उद्देश्य है। आज के इस दिन हम सभी मिलकर बाबा साहेब द्वारा दिये गए संविधान का अनुसरण करते हुए सामाजिक न्याय, समानता के प्रति जागरुक रहकर एक आदर्श समाज की स्थापना करने का संकल्प लें।’

अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस की शुरुआत 17 जुलाई 1998 से मानी जाती है जब नीदरलैंड के हेग शहर में ‘रोम संविधि’ (Rome Statute) को स्वीकार किया गया। इस संधि के जरिए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की स्थापना हुई और इसपर पर 120 से ज्यादा देशों ने हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य था कि युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार जैसे बड़े अपराधों के लिए एक स्थायी अंतरराष्ट्रीय कोर्ट बनाया जा सके। साल 2010 में संयुक्त राष्ट्र और अन्य न्याय समर्थक संगठनों ने हर साल 17 जुलाई को ‘अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला लिया।

इस दिन का उद्देश्य और महत्व

ये दिन वैश्विक शांति, सुरक्षा और मानवाधिकारों के लिए न्याय प्रणाली की महत्वपूर्ण भूमिका बताता है। अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस हमें याद दिलाता है कि किसी भी अपराधी को न्याय से ऊपर नहीं माना जा सकता..चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो। यह उन लाखों पीड़ितों की आवाज को उठाता है जिन्हें अन्याय, युद्ध और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है। इस दिन को मनाने के लिए दुनियाभर में सेमिनार, कार्यशाला और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं जो लोगों को न्याय और मानवाधिकारों के प्रति जागरूक करते हैं।