Bihar News: बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी हैं। इसी क्रम में 14 जुलाई को दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और बिहार के प्रमुख नेताओं की एक अहम बैठक हो रही है। यह बैठक कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित की गई है जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इस चर्चा में बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, प्रदेश प्रभारी कृष्ण अल्लावरु और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान और सभी सांसद भी मौजूद रहेंगे।
चुनावी रणनीति और सीट बंटवारा होगा फोकस
इस बैठक का मुख्य एजेंडा बिहार विधानसभा चुनावों के लिए ठोस रणनीति बनाना और महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर पार्टी नेताओं की राय लेना है। कांग्रेस यह तय करना चाहती है कि बिहार में उसे कितनी सीटों पर लड़ना चाहिए और किन क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति मज़बूत है। इस बैठक के ज़रिए पार्टी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि महागठबंधन के भीतर उसका प्रभाव बना रहे और वह एक निर्णायक भूमिका में रहे।
पटना बैठक के बाद दिल्ली में मंथन
दिल्ली में यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब 12 जुलाई को पटना में महागठबंधन के सभी घटक दलों की एक बैठक हो चुकी है। उस बैठक में सीट बंटवारे पर शुरुआती चर्चा हुई थी। अब कांग्रेस दिल्ली में अपने नेताओं से इन मुद्दों पर सलाह ले रही है, ताकि अंतिम निर्णय लेने से पहले पार्टी के भीतर एकमत हो सके। यह भी संभावना है कि बैठक में राज्य के क्षेत्रीय समीकरणों और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशियों के चयन पर भी विचार किया जाएगा।
महागठबंधन को मज़बूती देने की कोशिश
कांग्रेस की इस पहल का उद्देश्य सिर्फ अपनी स्थिति मज़बूत करना नहीं, बल्कि महागठबंधन को एकजुट और संगठित रूप देना भी है। पार्टी चाहती है कि सभी घटक दल मिलकर भाजपा-एनडीए को एक मज़बूत चुनौती दें और जनता के बीच एक सकारात्मक और विश्वासपूर्ण संदेश जाए। बैठक के बाद कांग्रेस अन्य सहयोगी दलों के साथ अंतिम दौर की बातचीत करेगी। यह बैठक बिहार में कांग्रेस की राजनीतिक दिशा तय करने और आगामी रणनीति पर मुहर लगाने में अहम मानी जा रही है।





