देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अब अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को कंपनी ने अधिकतर कर्मचारियों के लिए 4.5% से 7% तक का इंक्रीमेंट दिया है। हालांकि, अभी कंपनी की ओर से सीनियर कर्मचारियों की सैलरी नहीं बढ़ाई गई है। एक तरफ टीसीएस ने इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी की, तो वहीं दूसरी ओर अब कंपनी ने बीते 4 सालों में यह सबसे कम बढ़ोतरी की है।
छंटनी के बाद कंपनी का कहना था कि यह कदम एआई आधारित ऑटोमेशन और कॉस्ट कटिंग स्ट्रैटेजी के तहत उठाया गया है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया। इसके बाद बेंगलुरु के कर्मचारियों ने कंपनी पर मुकदमा दर्ज किया था।
सैलरी इंक्रीमेंट की घोषणा
हालांकि अब कंपनी की ओर से अपने कर्मचारियों को खुशखबरी दी गई है। कंपनी ने सोमवार देर शाम अपने कर्मचारियों को इंक्रीमेंट लेटर शेयर करना शुरू कर दिया। 1 सितंबर से ही इस निर्णय को प्रभावी माना जाएगा। कंपनी की ओर से अपने कर्मचारियों को एक आधिकारिक ईमेल भी भेजा गया है। इस ईमेल के जरिए कंपनी की ओर से पिछले 4 सालों में सबसे कम सैलरी इंक्रीमेंट की घोषणा की गई है। हालांकि यह फैसला कंपनी द्वारा की गई बड़ी छंटनी के बाद आया है। ऐसे में यह साफ दिख रहा है कि टीसीएस अब कॉस्ट कटिंग पर ध्यान दे रही है।
टाटा कंसलटेंसी अपने फैसलों को लेकर चर्चा में रही
पिछले दो महीने में टाटा कंसलटेंसी अपने फैसलों को लेकर चर्चा में रही है। दरअसल, टीसीएस लगातार मानव संसाधन से जुड़े फैसलों पर विवादों में रही है। पहले मार्केट की अनिश्चितता को देखते हुए सैलरी इंक्रीमेंट को रोका गया था। अचानक कंपनी की ओर से 2% की छंटनी का ऐलान कर दिया गया और अब सिर्फ 80% कर्मचारियों को सैलरी इंक्रीमेंट देने का निर्णय लिया गया है। नतीजतन, कंपनी ने जून 2025 की तिमाही में 13.8% की एट्रिशन रेट दर्ज की है। कंपनी की ओर से यह भी जानकारी दी गई है कि मध्य स्तर के अधिकारियों में अधिकांश कर्मचारी सैलरी इंक्रीमेंट के पात्र रहे हैं, जबकि टॉप परफॉर्मर्स को 10% से अधिक की वेतन वृद्धि भी दी गई है।





