Tue, Dec 30, 2025

MP School : प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी को मिली धमकी, कार्रवाई की मांग

Written by:Kashish Trivedi
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MP School : प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी को मिली धमकी, कार्रवाई की मांग

शिवपुरी, डेस्क रिपोर्ट।  मध्य प्रदेश के स्कूलों (MP School) के लिए एक तरफ जहां सरकारी नवीन योजनाएं (government new schemes) संचालित कर रही है। वही जमीनी स्तर पर कार्यकारी अधिकारी कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दरअसल शिवपुरी से जुड़ी घटना सामने आई है। जहां प्राथमिक विद्यालय लाल सिंह की मढैया में पदस्थ शिक्षक द्वारा CAC को फोनकर कर धमकाया गया है। दरअसल CAC मुकेश यादव प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जिससे नाराज होकर शिक्षक द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है।

शिवपुरी प्राथमिक विद्यालय के दबंग शिक्षक विजय सिंह गुर्जर सीएसई मुकेश यादव को फोन पर धमकाते सुनाई दे रहे। उनका कहना है कि दोबारा स्कूल में पांव मत रखना वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना। अगर दोबारा से स्कूल में पांव रख दिया तो युद्ध होगा। नवीन जानकारी के मुताबिक 1 फरवरी को स्कूल के निरीक्षण के लिए जन शिक्षक मुकेश यादव स्कूल पहुंचे थे। जहां उन्हें स्कूल बंद मिला था उन्होंने स्कूल का फोटो क्लिक किया और हालात शाला दर्पण पोर्टल पर अपलोड कर दिया। जिसके बाद दबंग शिक्षक विजय गुर्जर भड़क गए और उन्होंने सीएसी को फोन करके धमकी दे डाली।

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CAC ने जन शिक्षा केंद्र व बीआरसीसी को पत्र लिखकर मांग की है कि विजय गुर्जर के कृत्य शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आते हैं। वहीं उन्होंने खुद को पद से हटाने सहित विजय गुर्जर पर FIRर के लिए पत्राचार की मांग की है। इतना ही नहीं सीएसी मुकेश यादव का कहना है कि अगर भविष्य में उनके साथ कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप से दबंग शिक्षक विजय गुर्जर पर होगी।

बता दें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा शासकीय स्कूल की व्यवस्था को सुधार करने के लिए कई तरह की नवीन योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ छात्रों को उचित शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी शामिल करने को लेकर कई योजनाएं शुरू की गई है। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अपने अपने क्षेत्र के शासकीय स्कूलों की हालत को सुधारा और उन पर कड़ी नजर बनाए रखें। किसी भी सूरत में स्कूल और अधिकारी की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।