दमोह (Damoh) में बीती रात का माहौल अचानक बदल गया। लोग रोज की तरह सोने की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस की गाड़ियां न्यू दमोह इलाके में पहुंच गईं। कुछ ही देर में पूरा इलाका पुलिस से घिर गया। सैकड़ों जवान, टॉर्च की रोशनी और हर बिल्डिंग में जांच सब कुछ अचानक हुआ। इस पूरी कार्रवाई की सबसे खास बात यह रही कि खुद जिले के पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद थे। उनकी निगरानी में यह सर्च ऑपरेशन चला। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे इलाके में डर और हलचल का माहौल बन गया।
न्यू दमोह में क्यों हुई इतनी बड़ी पुलिस कार्रवाई
न्यू दमोह इलाका पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में था। यह इलाका पीएम आवास योजना के तहत बनाया गया है। यहां मल्टी स्टोरी इमारतों में करीब 1400 से ज्यादा परिवार रहते हैं। हाल के दिनों में यहां कई गंभीर घटनाएं सामने आई थीं। दो दिन पहले चाकूबाजी की घटना हुई थी। इसके अलावा बीते एक महीने में मारपीट, चोरी और अन्य अपराध की कई शिकायतें पुलिस को मिली थीं। इन्हीं कारणों से पुलिस ने इस इलाके को निशाने पर लिया।
एसपी की अगुवाई में चला सर्च ऑपरेशन
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने खुद किया। उन्होंने देर रात पहले जिला मुख्यालय पर पुलिस बल को बुलाया। इसके बाद बिना किसी को बताए पूरी टीम सीधे न्यू दमोह पहुंच गई। मौके पर पहुंचते ही एसपी ने सभी जवानों को अलग-अलग बिल्डिंग्स में सर्च करने के आदेश दिए। पुलिस ने एक साथ सैकड़ों घरों में तलाशी ली, जिससे इलाके के लोग हैरान रह गए।
एक-एक घर की जांच, लोगों से पूछताछ
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने हर घर में जाकर पूछताछ की। लोगों से उनके रहने, काम और पहचान से जुड़े सवाल पूछे गए। कई घरों में रहने वालों के दस्तावेज भी देखे गए। इस दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली बातें पता चलीं। गरीबों के लिए बनाए गए पीएम आवासों के सामने कई जगह लग्जरी कारें खड़ी मिलीं। इससे पुलिस को शक हुआ कि यहां रहने वाले कई लोग योजना के असली लाभार्थी नहीं हैं।
किराएदार और अवैध कब्जों का खुलासा
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि बड़ी संख्या में लोग यहां किराए से रह रहे हैं। जबकि पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए घर किराए पर देने के लिए नहीं होते। इसके अलावा कई ऐसे मामले भी सामने आए, जहां लोग बिना किसी अधिकार के घरों पर कब्जा कर के रह रहे थे। पुलिस ने इन सभी मामलों की जानकारी जुटाई और नोट किया।
अवैध शराब, गांजा और हथियारों की शिकायतें
एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने साफ बताया कि न्यू दमोह इलाके से लगातार अवैध गतिविधियों की सूचनाएं मिल रही थीं। इनमें अवैध शराब, गांजा, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि देह व्यापार जैसी गतिविधियों की भी शिकायतें सामने आई थीं। यह इलाका हाइवे से लगा हुआ है, इसलिए बाहर के अपराधी भी यहां आकर रुक जाते हैं।

हाइवे से जुड़ा इलाका, अपराधियों के लिए आसान ठिकाना
न्यू दमोह इलाके की लोकेशन भी पुलिस के लिए चिंता का कारण बनी। यह बस्ती हाइवे के पास है। इससे अपराधियों को आने-जाने में आसानी होती है। पुलिस का मानना है कि आसपास के जिलों और क्षेत्रों के अपराधी यहां आकर छिपते हैं। इसी वजह से अचानक सर्च ऑपरेशन किया गया, ताकि अपराधियों को पकड़ने का मौका मिल सके। एसपी ने साफ कहा है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में न्यू दमोह इलाके में लगातार जांच अभियान चलाया जाएगा। अगला सर्च ऑपरेशन नगर पालिका और राजस्व विभाग की टीम के साथ किया जाएगा। इसमें अवैध कब्जों, फर्जी आवंटन और नियमों के उल्लंघन की जांच की जाएगी।

बड़े पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी
पुलिस का कहना है कि इस जांच में बड़े स्तर पर अवैध कब्जों के मामले सामने आ सकते हैं। जरूरत पड़ने पर मकान खाली कराने और कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इस कार्रवाई का मकसद इलाके को अपराध मुक्त बनाना है। साथ ही, पीएम आवास योजना का सही लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना भी पुलिस और प्रशासन की प्राथमिकता है।





