Tue, Dec 23, 2025

धार में स्वास्थ्य सेवाओं की नई शुरुआत, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मेडिकल कॉलेज का किया भूमि पूजन

Written by:Bhawna Choubey
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मध्यप्रदेश के धार जिले को बड़ी स्वास्थ्य सौगात मिली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पीपीपी मॉडल पर बनने वाले मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया। यह कॉलेज इलाज, पढ़ाई और रोजगार, तीनों के लिए बड़ा बदलाव लाएगा।
धार में स्वास्थ्य सेवाओं की नई शुरुआत, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मेडिकल कॉलेज का किया भूमि पूजन

धार जिले के लोगों के लिए आज का दिन बहुत खास और यादगार बन गया। कई सालों से लोग अच्छे इलाज की सुविधा का इंतजार कर रहे थे। अब वह सपना सच होने जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने धार में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की।

यह कार्यक्रम पीजी कॉलेज ग्राउंड में हुआ, जहां बड़ी संख्या में नेता, अधिकारी और आम लोग मौजूद थे। मंच से साफ कहा गया कि अब धार के लोगों को इलाज के लिए दूर-दूर के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। यह मेडिकल कॉलेज इलाज, पढ़ाई और रोजगार तीनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।

धार को मिलेगा मेडिकल कॉलेज का बड़ा फायदा

धार में बनने वाला मेडिकल कॉलेज पीपीपी मॉडल यानी सरकार और निजी संस्था मिलकर बनाएंगे। इसका फायदा यह होगा कि सरकारी निगरानी भी रहेगी और आधुनिक इलाज की सुविधाएं भी मिलेंगी। अभी गंभीर बीमारी होने पर लोगों को इंदौर या भोपाल जाना पड़ता है। इससे समय और पैसा दोनों ज्यादा लगते हैं। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद धार और आसपास के जिलों के मरीजों को अपने जिले में ही अच्छा इलाज मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बयान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज धार जिले के लिए गेमचेंजर साबित होगा। उन्होंने बताया कि सरकार चाहती है कि हर जिले में मजबूत अस्पताल और डॉक्टरों की सुविधा हो। उन्होंने यह भी कहा कि इस मेडिकल कॉलेज से सिर्फ मरीजों को ही नहीं, बल्कि धार के युवाओं को भी फायदा मिलेगा। यहां पढ़ाई के नए मौके मिलेंगे और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

जेपी नड्डा बोले: इलाज से पहले स्वस्थ रहना जरूरी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि पहले देश में सोच यह थी पहले बीमार पड़ो, फिर इलाज कराओ। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब सोच बदल गई है। अब सरकार चाहती है कि लोग बीमार ही न पड़ें। इसलिए पहले बीमारी से बचाव, अच्छी आदतें और स्वस्थ जीवन पर ध्यान दिया जा रहा है। इसे ही प्रिवेंटिव हेल्थ केयर कहा जाता है।

आयुष्मान आरोग्य मंदिर से गांव तक इलाज

जेपी नड्डा ने बताया कि देश में अब तक 1 लाख 81 हजार से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जा चुके हैं। यहां गर्भवती महिलाओं और बच्चों की पूरी देखभाल की जाती है। गर्भावस्था के समय जांच, बच्चे के जन्म के बाद टीकाकरण और जरूरी इलाज अब गांव तक पहुंच गया है। इससे मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहते हैं।

U-WIN पोर्टल से बच्चों की निगरानी

सरकार ने U-WIN पोर्टल शुरू किया है। इसमें करीब 5 करोड़ मां और बच्चे जुड़े हुए हैं। इस पोर्टल से यह देखा जाता है कि बच्चे को समय पर टीके लगे या नहीं। अगर किसी बच्चे का टीका एक महीने भी देर से लगता है, तो आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तुरंत जानकारी मिल जाती है। इससे कोई भी बच्चा टीकाकरण से छूटता नहीं है।

अस्पताल में डिलीवरी से बची कई जानें

जेपी नड्डा ने बताया कि आज देश में लगभग 89 प्रतिशत डिलीवरी अस्पतालों में हो रही है। आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक लेकर जाती हैं। इससे मां और नवजात बच्चे की जान बचती है। पिछले कुछ सालों में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में बड़ी कमी आई है।

ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समय पर जांच

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने अब तक 4 करोड़ लोगों की ब्लड प्रेशर जांच करवाई है। इनमें से 68 लाख लोगों में बीमारी मिली और उनका इलाज शुरू किया गया। इसी तरह डायबिटीज की जांच में 46 लाख लोग मरीज पाए गए। अब 30 साल की उम्र में ही बीमारी पकड़ में आ रही है, जिससे इलाज जल्दी हो जाता है।

कैंसर जांच में भी बड़ी पहल

जेपी नड्डा ने बताया कि मुंह के कैंसर के लिए 34 करोड़ लोगों की जांच हुई है। जिन लोगों में कैंसर मिला, उनका इलाज शुरू कर दिया गया। महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर की भी करोड़ों जांच हो चुकी है। समय पर जांच से हजारों महिलाओं की जान बचाई जा रही है।

– मो. अंसार