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Thu, Dec 18, 2025

MP विधानसभा के 69 वर्ष पूर्ण: विकसित मध्यप्रदेश के विजन 2047 पर सत्तापक्ष-विपक्ष का मंथन, सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा ‘सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे’

Written by:Shruty Kushwaha
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इस एक दिवसीय विशेष सत्र में विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध मध्यप्रदेश पर चर्चा की जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सकारात्मक सोच और आपसी परामर्श के साथ प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी भविष्य के मध्यप्रदेश को लेकर सार्थक चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया।
MP विधानसभा के 69 वर्ष पूर्ण: विकसित मध्यप्रदेश के विजन 2047 पर सत्तापक्ष-विपक्ष का मंथन, सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा ‘सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे’

MP Vidhan Sabha

मध्यप्रदेश विधानसभा के गठन के आज 69 वर्ष पूर्ण हो गए हैं और यह 70वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर बुधवार 17 दिसम्बर को मध्यप्रदेश विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र रखा गया है। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने विधानसभा परिसर में विशेष प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया।

इस विशेष सत्र को लेकर सीएम डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हम सब मिलकर लोकतंत्र की खूबसूरती को संजोते हुए इस एक दिवसीय सत्र में सम्मिलित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे विमर्श करने के बाद आज विशेष सत्र रखा गया है और इसके 1956 में बनी विधानसभा की स्मृतियां इस विशेष सत्र के माध्यम से जीवंत हो रही है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि ये दिन हमें मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास की याद दिलाया है और आज के दिन एक बार फिर हम अपने इतिहास के पन्ने पलट रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हम सब मिलकर भविष्य के मध्यप्रदेश को लेकर चर्चा करेंगे।

मध्यप्रदेश विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र

मध्यप्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। विधानसभा की पहली बैठक 17 दिसंबर 1956 को आयोजित हुई थी। मध्यप्रदेश विधानसभा की पहली बैठक के 69 वर्ष पूरे होने और 70वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर आज एक दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। यह सत्र सुबह 11 बजे शुरू हुआ जिसमें विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध मध्य प्रदेश के विजन पर व्यापक चर्चा हो रही है। सत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के सदस्य भाग ले रहे हैं।

राज्यपाल ने किया प्रदर्शनी का शुभारंभ 

इस अवसर पर विधानसभा परिसर में एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें मध्यप्रदेश विधानसभा की सात दशकों की यात्रा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के दो वर्षों की उपलब्धियों को दर्शाया गया है। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने किया।

मुख्यमंत्री ने कहा ‘सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे’

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से परामर्श और सभी से विचार विमर्श करने  के बाद सकारात्मक भावना के साथ ये विशेष सत्र आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1956 में बनी विधानसभा से जुड़ी सारी ऐतिहासिक स्मृतियां इस विशेष सत्र के माध्यम से जीवंत हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 2047 तक विकसित राष्ट्र के संकल्प के साथ हम मिलकर आगे बढ़ रहे हैं और आज के सत्र और प्रदर्शनी के जरिए हम विकसित मध्य प्रदेश के लक्ष्य की परिकल्पना पर भी चर्चा करेंगे।

नेता प्रतिपक्ष ने मध्यप्रदेश के भविष्य निर्माण पर दिया ज़ोर

विशेष सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि इस पहल में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों दलों ने प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारा गौरवशाली इतिहास रहा है और विपक्ष भी चाहता है कि सदन में यह चर्चा हो कि भविष्य का मध्यप्रदेश कैसा बने, कैसे हम आत्मनिर्भर बने और प्रदेश के सामने मौजूद सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का समाधान कैसे निकले।