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Sat, Dec 20, 2025

YEF भारत समिट 2025: इंदौर में युवाओं को मिला ‘नेशन फर्स्ट’ का संदेश

Written by:Bhawna Choubey
Published:
इंदौर में आयोजित YEF भारत समिट 2025 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने युवाओं को सही रास्ते पर आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए मेहनत के साथ-साथ नैतिकता, लगातार प्रयास और देश को सबसे पहले रखने की सोच बहुत जरूरी है।
YEF भारत समिट 2025: इंदौर में युवाओं को मिला ‘नेशन फर्स्ट’ का संदेश

इंदौर (Indore) के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में हुआ यह कार्यक्रम सिर्फ एक बैठक नहीं था, बल्कि युवाओं के लिए सीखने और सोचने का मंच बना। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए युवा उद्यमी, स्टार्टअप शुरू करने वाले युवा और प्रोफेशनल्स यहां शामिल हुए। इस समिट में युवाओं को यह समझाया गया कि आज के समय में आगे बढ़ने के लिए सही सोच और सही दिशा कितनी जरूरी है।

इस समिट की खास बात यह रही कि यहां उद्यमिता को सिर्फ पैसा कमाने से नहीं जोड़ा गया। यहां यह बताया गया कि व्यापार के साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी से कार्यक्रम को नई ताकत और सही दिशा मिली।

‘नेशन फर्स्ट’ सोच के साथ हुआ YEF भारत समिट

YEF भारत समिट 2025 का आयोजन यंग एंटरप्रेन्योर्स फोरम (YEF) ने किया था। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सही मार्गदर्शन देना और उन्हें देश के विकास में भागीदार बनाना है। समिट की सोच ‘नेशन फर्स्ट’ यानी देश पहले पर आधारित रही। यहां बताया गया कि व्यापार सिर्फ अपनी तरक्की के लिए नहीं, बल्कि समाज और देश के लिए भी होना चाहिए। कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी, फाइनेंस, स्टार्टअप, लीडरशिप और मानसिक संतुलन जैसे आसान विषयों पर चर्चा की गई। युवाओं को समझाया गया कि जो लोग अपने मूल्यों पर चलते हैं और लगातार मेहनत करते हैं, वही लंबे समय तक सफल रहते हैं।

शॉर्टकट से बचने की सलाह

समिट में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नैतिकता और सही उसूल सफलता की सबसे बड़ी कुंजी हैं। उन्होंने बताया कि जो लोग गलत रास्ता अपनाते हैं, वे चाहे ऊपर तक पहुंच जाएं, लेकिन अंदर से खुश नहीं रहते। उन्होंने युवाओं से कहा कि कभी भी शॉर्टकट के चक्कर में गलत फैसला न लें। सिंधिया ने कहा कि रात को सोने से पहले हमें खुद को आईने में देखना होता है। इसलिए ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे हमें खुद पर शर्म आए।

टाटा समूह से सीख

उन्होंने टाटा समूह का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे 250 साल पहले टाटा स्टील की शुरुआत हुई थी। उस समय वहां जंगल था और सुविधाएं नहीं थीं। लेकिन आज वही समूह दुनिया की बड़ी कंपनियों में गिना जाता है। उन्होंने कहा कि यह सफलता मेहनत, धैर्य और सही सोच का नतीजा है। युवाओं को समझाया गया कि तुरंत फायदा नहीं, बल्कि लंबे समय का लक्ष्य रखना चाहिए।

युवाओं के साथ खड़ी है राज्य सरकार: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

YEF भारत समिट 2025 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी युवाओं से बातचीत की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब तेजी से उद्यमिता का केंद्र बन रहा है। राज्य सरकार युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए नीतियों, सुविधाओं और अवसरों के साथ उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इंदौर जैसे शहर अब सिर्फ व्यापार के लिए नहीं, बल्कि नए विचारों और नए स्टार्टअप्स के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि डरने की बजाय सही योजना बनाकर मेहनत करें, सफलता जरूर मिलेगी।