Wed, Dec 31, 2025

इंदौर में न्यू ईयर मिडनाइट को लेकर आबकारी विभाग अलर्ट, बार-पब संचालन पर सख्ती के निर्देश

Written by:Bhawna Choubey
Published:
न्यू ईयर सेलिब्रेशन से पहले इंदौर में प्रशासन अलर्ट मोड में है। बार-पब, फार्म हाउस और ढाबों पर सख्त निगरानी के साथ आबकारी विभाग ने पूरी रणनीति तैयार कर ली है। नियम तोड़ने पर मौके पर ही कार्रवाई तय मानी जा रही है।
इंदौर में न्यू ईयर मिडनाइट को लेकर आबकारी विभाग अलर्ट, बार-पब संचालन पर सख्ती के निर्देश

नए साल की रात इंदौर हमेशा से जश्न, रौनक और भीड़ के लिए जानी जाती है। 31 दिसंबर को शहर के बार, पब, होटल और फार्म-हाउस देर रात तक लोगों से भरे रहते हैं। युवा वर्ग से लेकर परिवारों तक, हर कोई साल के आखिरी पलों को खास बनाना चाहता है। लेकिन इसी उत्साह के बीच कानून-व्यवस्था और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन जाता है।

इसी को देखते हुए इस बार आबकारी विभाग, इंदौर ने पहले से सख्त तैयारी शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, बीते वर्षों में देर रात तक शराब परोसने, बिना अनुमति पार्टियों और नियम उल्लंघन की शिकायतें सामने आई थीं। इन्हीं अनुभवों के आधार पर न्यू ईयर मिडनाइट को लेकर निगरानी और कार्रवाई की रणनीति तैयार की गई है, ताकि जश्न कानून के दायरे में रहे।

मिडनाइट के बाद बार-पब संचालन को लेकर स्पष्ट निर्देश

आबकारी विभाग ने 31 दिसंबर 2025 की रात को लेकर स्पष्ट किया है कि 1 जनवरी 2026, रात 12:00 बजे (मिडनाइट) के बाद बार-पब के संचालन को लेकर सख्ती बरती जाएगी। विभागीय निर्देशों के अनुसार, निर्धारित समय के बाद शराब की बिक्री या परोसने की अनुमति नहीं होगी।

आबकारी विभाग, इंदौर के कंट्रोलर देवेश चतुर्वेदी ने विभागीय ब्रीफिंग के दौरान बताया कि यह निर्देश सभी बार, पब, होटल-बार और रेस्टो-बार पर लागू रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी एक स्थान या क्षेत्र तक सीमित नहीं होगी, बल्कि पूरे शहर में समान रूप से लागू की जाएगी।
उल्लंघन की स्थिति में नियमानुसार जुर्माना, लाइसेंस पर कार्रवाई या प्रकरण दर्ज किया जा सकता है। विभाग का उद्देश्य कार्रवाई करना नहीं, बल्कि अव्यवस्था और अवैध शराब गतिविधियों को रोकना है।

पूर्वी-पश्चिमी जोन में बंटा शहर

इंदौर जैसे बड़े शहर में एक साथ हर जगह निगरानी रखना आसान नहीं होता। इसी वजह से आबकारी विभाग ने शहर को पूर्वी और पश्चिमी जोन में विभाजित किया है। दोनों जोन में कुल 16 विशेष निगरानी टीमें गठित की गई हैं, जो 31 दिसंबर की रात 11 बजे से मिडनाइट के बाद तक फील्ड में सक्रिय रहेंगी।

इन टीमों को बार, पब, होटल, ढाबों और संवेदनशील इलाकों में जांच की जिम्मेदारी दी गई है। विभागीय अधिकारियों को निर्देश हैं कि किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए और यदि तय समय के बाद नियमों का उल्लंघन दिखाई देता है, तो नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
विभाग का मानना है कि 11 बजे से निगरानी शुरू करने से मिडनाइट के बाद अव्यवस्था की आशंका काफी हद तक कम की जा सकती है।

जांच में पारदर्शिता के लिए सर्कल अदला-बदली

इस बार आबकारी विभाग ने जांच प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक फैसला भी लिया है। कंट्रोलर देवेश चतुर्वेदी के अनुसार, जांच में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सर्कल अदला-बदली की गई है।

इसके तहत पूर्वी क्षेत्र के सर्कल अधिकारी पश्चिमी जोन में और पश्चिमी क्षेत्र के अधिकारी पूर्वी जोन में जांच की जिम्मेदारी संभालेंगे। विभाग का स्पष्ट उद्देश्य यह है कि स्थानीय पहचान, जान-पहचान या किसी प्रकार का दबाव जांच प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके।
अधिकारियों का मानना है कि जब जांच अपने सामान्य कार्यक्षेत्र से बाहर होती है, तो नियमों का पालन सख्ती और निष्पक्षता के साथ कराया जा सकता है।

फार्म-हाउस और बाहरी इलाकों पर विशेष निगरानी

न्यू ईयर के मौके पर शहर से बाहर बने फार्म-हाउस लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहते हैं। बीते वर्षों में इन स्थानों पर बिना अनुमति शराब पार्टी और नियम उल्लंघन की शिकायतें भी सामने आई थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार आबकारी विभाग ने फार्म-हाउस और ग्रामीण क्षेत्रों को विशेष निगरानी सूची में रखा है।

उप-कंट्रोलर मनोज अग्रवाल ने विभागीय जानकारी साझा करते हुए बताया कि लाइसेंस लेकर आयोजित की जाने वाली शराब पार्टियों को तय समय पर समाप्त करने के निर्देश हैं। वहीं, यदि किसी फार्म-हाउस में बिना वैध अनुमति शराब पार्टी आयोजित पाई जाती है, तो आयोजकों के खिलाफ तत्काल नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों के ढाबों और होटलों की भी सघन जांच की जाएगी, ताकि कहीं भी अवैध शराब परोसने की गतिविधि न हो।