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Sun, Dec 21, 2025

जया किशोरी की खास सलाह: अरेंज मैरिज में नए कपल का रिश्ता ऐसे बनाएं गहरा, पैरेंट्स ज़रूर निभाएं ये 3 जिम्मेदारियां

Written by:Bhawna Choubey
Published:
अरेंज मैरिज में नए कपल का रिश्ता कैसे मजबूत हो, इसे लेकर जया किशोरी ने माता-पिता को एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। उनके अनुसार, अगर पैरेंट्स शुरू से ही कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो दाम्पत्य जीवन में प्यार और समझदारी जल्दी विकसित होती है। जानिए क्या कहा उन्होंने।
जया किशोरी की खास सलाह: अरेंज मैरिज में नए कपल का रिश्ता ऐसे बनाएं गहरा, पैरेंट्स ज़रूर निभाएं ये 3 जिम्मेदारियां

शादी सिर्फ दो लोगों का नहीं, दो परिवारों का रिश्ता होता है खासकर जब बात अरेंज मैरिज की हो। ऐसे में नए कपल के रिश्ते को समय, समझ और प्यार की जरूरत होती है। लेकिन कई बार यह भी देखा गया है कि माता-पिता की दखल या जल्दबाजी रिश्ते को कमजोर बना सकती है।

प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और भागवत कथा वाचिका जया किशोरी (Jaya Kishori) ने हाल ही में अरेंज मैरिज को लेकर माता-पिता के लिए एक जरूरी सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नए रिश्ते को मजबूती देने के लिए पैरेंट्स को पीछे हटना और धैर्य रखना सीखना होगा। आइए जानते हैं उनकी तीन अहम बातें, जो हर माता-पिता को समझनी चाहिए।

अरेंज मैरिज में रिश्ता मजबूत करने के लिए जया किशोरी की सलाह

1. बच्चों के रिश्ते में जरूरत से ज्यादा दखल न दें

जया किशोरी का मानना है कि शादी के बाद बच्चों को एक-दूसरे को जानने और समझने का समय देना बेहद जरूरी है। अगर माता-पिता हर छोटी बात में टोकने लगें या सलाह देने लगें, तो कपल के बीच संवाद रुक जाता है। अरेंज मैरिज में पहले से भावनात्मक जुड़ाव कम होता है, ऐसे में उन्हें खुलने का स्पेस देना जरूरी है।

2. धैर्य रखें, हर रिश्ता समय के साथ गहराता है

जया किशोरी कहती हैं कि कई बार माता-पिता चाहते हैं कि शादी के कुछ ही दिनों में दोनों के बीच गहरा प्यार दिखे। लेकिन अरेंज मैरिज में ऐसा तुरंत नहीं होता। रिश्ते धीरे-धीरे परिपक्व होते हैं। अगर इस प्रक्रिया में जल्दबाजी की जाए या तुलना की जाए, तो रिश्ते पर दबाव बनता है। धैर्य और विश्वास ही इस सफर को आसान बना सकते हैं।

3. बच्चों को भावनात्मक सुरक्षा और निजी स्पेस दें

नए शादीशुदा कपल को एक-दूसरे के साथ वक्त बिताने और अपने रिश्ते को समझने के लिए स्पेस चाहिए होता है। जया किशोरी बताती हैं कि माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को भावनात्मक तौर पर सुरक्षित महसूस कराएं, लेकिन उन पर अपनी उम्मीदों का बोझ न डालें। जितना ज्यादा कपल को अपनी जिंदगी के फैसले खुद लेने का मौका मिलेगा, रिश्ता उतना ही मजबूत होगा।