हर व्यक्ति का कोई भी काम करने का अपना तरीका होता है। सिग्नेचर भी एक ऐसी चीज है जो सभी लोगों के अलग-अलग होते हैं। कोई पूरा नाम लिखता है, कोई शॉर्ट में नाम लिखता है, कोई केवल नाम या सिर्फ सरनेम का उपयोग करता है। आपको बता दें कि हस्ताक्षर सिर्फ आपके नाम को नहीं दर्शाते बल्कि व्यक्तित्व की जानकारी भी देते हैं।
अगर हम किसी व्यक्ति के बारे में यह जानना चाहते हैं कि उसके अंदर कौन से गुण छुपे हैं तो ग्राफ़ोलॉजी से सब कुछ जान सकते हैं। हस्तलेख विज्ञान हमें यह बताता है कि हम कागज पर जिस तरह से कलम चलाते हैं वह हमारे भविष्य और स्वभाव के में क्या कहता है। चलिए आज हम आपको इस बारे में बता देते हैं।
सिग्नेचर के नीचे डॉट
कुछ लोगों को अपने सिग्नेचर के नीचे बिंदु लगाने की आदत होती है। ग्राफोलॉजी विशेषज्ञों के अनुसार एक तरह से यह आत्मविश्वास का प्रतीक है। इन लोगों को कला और रचनात्मक कार्यों में बहुत रुचि होती है। ये स्वभाव से काफी शांत होते हैं लेकिन अपनी पसंद और नापसंद को लेकर स्पष्ट रहते हैं। इन्हें दूसरों पर भरोसा करने में थोड़ा समय लगता है।
सिग्नेचर के नीचे दो डॉट्स
कुछ लोगों को सिग्नेचर के नीचे दो बिंदु लगाने की आदत होती है। इस तरह के लोग काफी प्रैक्टिकल स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग अपने जीवन में स्थिरता की तलाश करते हैं। इन्हें हर काम व्यवस्थित तरीके से करना पसंद होता है। यह नेतृत्व करने में माहिर होते हैं। इनके जीवन में परिवार और रिश्तों का बहुत अधिक महत्व होता है।
सिग्नेचर के बाद डॉट
कुछ लोगों को अपना नाम लिखने के बाद आखिर में डॉट लगाते देखा जाता है। इस तरह के लोग हमेशा सावधान रहते हैं। यह अपना कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ते। इन्हें अनुशासन से अपनी जिंदगी जीना अच्छा लगता है। यह चाहते हैं कि हर काम समय पर सही तरीके से पूरा हो जाए। यह अपने निजी जीवन की सीमाएं किसी को लांघने नहीं देते हैं।
बिना डॉट के सिग्नेचर
कुछ लोगों को बिना बिंदु या लाइन का इस्तेमाल किए सिग्नेचर करते देखा जाता है। यह लोग स्वतंत्र और खुले विचारों के होते हैं। इन्हें सादगी से भरा हुआ जीवन जीना पसंद होता है। यह भेड़चाल में नहीं चलते और ना ही दिखावा पसंद करते हैं।
Disclaimer- यह जानकारी ग्राफोलॉजी और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी देना है। MP Breaking News इसकी वैज्ञानिक पुष्टि या सटीकता की गारंटी नहीं देता।





