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Sun, Dec 21, 2025

ब्रेकअप के बाद क्या करें जब एक्स फिर से वापस आना चाहे? पढ़ें प्रेमानंद जी महाराज का जवाब

Written by:Bhawna Choubey
Published:
ब्रेकअप के बाद दोबारा रिश्ते में लौटने का फैसला आसान नहीं होता, लेकिन प्रेमानंद जी महाराज की सलाह रिश्ते की गहराई को समझने में मदद करती है। जानें क्या करें अगर पार्टनर लौटकर फिर से मौका मांगे।
ब्रेकअप के बाद क्या करें जब एक्स फिर से वापस आना चाहे? पढ़ें प्रेमानंद जी महाराज का जवाब

ब्रेकअप के बाद इंसान भावनात्मक रूप से बहुत कुछ झेलता है। जब वही पार्टनर दोबारा लौटकर रिश्ते को एक और मौका देने की बात करता है, तो दिल और दिमाग के बीच जंग शुरू हो जाती है।

ऐसे में क्या करें? माफ कर दें या आगे बढ़ जाएं? इसी उलझन को सुलझाते हैं प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) जिनकी बातों में सिर्फ अध्यात्म नहीं, बल्कि जीवन की सच्चाई भी होती है। उन्होंने हाल ही में एक प्रवचन के दौरान बताया कि रिश्ता टूटने के बाद उसे फिर से जोड़ने से पहले किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

रिश्ते को दूसरा मौका देने से पहले ये बातें समझना जरूरी

भरोसा टूटा है या आत्मसम्मान?

प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, ब्रेकअप के पीछे केवल गलतफहमी नहीं, कई बार गहरा विश्वासघात या आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाना भी वजह होता है। ऐसे में अगर कोई दोबारा रिश्ता चाहता है, तो सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि रिश्ते में टूटन कहां से शुरू हुई थी।

अगर बात सिर्फ गुस्से में बोले गए शब्दों या बाहरी हस्तक्षेप से जुड़ी हो, तो दूसरा मौका दिया जा सकता है, लेकिन अगर बार-बार झूठ बोलना, धोखा देना या मानसिक उत्पीड़न हुआ है, तो दूरी बनाना ही बेहतर होता है। प्रेमानंद जी कहते हैं, “कभी-कभी अकेलापन बेहतर होता है बजाय उस रिश्ते के जो आत्मा को तोड़ दे।”

बदलने की सच्ची कोशिश दिख रही है या नहीं?

ब्रेकअप के बाद माफी मांगना आसान है, लेकिन बदलना मुश्किल। प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि अगर सामने वाला व्यक्ति अपनी गलती स्वीकार कर रहा है और उसे दोहराने का इरादा नहीं है, तब रिश्ता फिर से शुरू किया जा सकता है।

लेकिन अगर माफी केवल कुछ समय के लिए है और पुरानी गलतियां दोहराने की संभावना है, तो वही तकलीफें फिर से सामने आएंगी। माफी मांगने वाले की बातों से ज़्यादा उसके व्यवहार और बदलाव की प्रक्रिया पर ध्यान देना जरूरी है। क्या उसने खुद को बेहतर बनाने के लिए कोई कदम उठाया है? क्या उसने अपने शब्दों से ज़्यादा कर्मों से पछतावा दिखाया है?

दोबारा रिश्ते में आने का मतलब फिर से वही दर्द नहीं होना चाहिए

कई बार लोग अकेलेपन या सामाजिक दबाव की वजह से भी पुराने रिश्ते में वापस लौट आते हैं। लेकिन प्रेमानंद जी कहते हैं कि अगर पुराना रिश्ता दुख और आंसुओं की वजह बना था, तो उसमें लौटने से पहले यह तय कर लें कि आप फिर से उसी रास्ते पर नहीं लौट रहे हैं।

उन्होंने कहा “रिश्ता वही अच्छा है जिसमें आपका दिल, आत्मा और सम्मान सुरक्षित हो। अगर दूसरा मौका मिलने के बाद भी वही हालात रहे तो वह सिर्फ वक्त की बर्बादी है।” इसीलिए, रिश्ता दोबारा शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि अब सिर्फ मोह नहीं, बल्कि समझदारी भी हो।